1- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को लोकसभा और राज्यसभा में विपक्ष समेत विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं के साथ बैठक की। बैठक में पीएम मोदी ने विपक्षी दलों को देश में लॉकडाउन बढ़ाने के संकेत दिए। बैठक के दौरान पीएम मोदी ने "आज लॉक डाउनलोड उठाना एडवाइजेबल नहीं है, आने वाले दिनों में मैं फिर से एक बार मुख्यमंत्री से बात करूंगा, लेकिन अभी तक का जो सुर आ रहा है वह यही आ रहा है कि लॉकडाउन उठाना इतना सरल नहीं है, हमें सोशल डिस्टेंसिंग के लिए आवश्यक नियमों का पालन करना है, कठोरता करनी पड़ेगी। भारत में हम आज की स्थिति है एक प्रकार से नेशनल इमरजेंसी जैसी है, उसी से हम गुजर रहे हैं और ऐसी स्थिति में हमें समय-समय पर अप्रत्याशित निर्णय करने पड़ रहे हैं। आगे भी कुछ न कुछ कठोर निर्णय करने की नौबत आएगी, मैंने पहले ही कहा कि लॉक डाउन उठाने के संबंध में करीब करीब यह बन रहा है कि एकाएक उठाना संभव नहीं होगा, आगे देखेंगे क्या करते हैं।


2- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों की बैठक बुलाई है। बैठक 11 अप्रैल को सुबह 11:00 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए होगी। माना जा रहा है कि बैठक में इस बात का फैसला हो जाएगा कि 14 अप्रैल के बाद देशभर में लागू लॉक डाउन को बढ़ाना है या नहीं? हालांकि बुधवार को सभी दलों के नेताओं के साथ बैठक में प्रधानमंत्री ने लगभग साफ संदेश दिया है कि फिलहाल सरकार लॉक डाउन को वापस करने के पक्ष में नहीं है। बैठक लॉक डाउन खत्म होने की अवधि से 3 दिनों पहले बुलाई गई है ताकि तब तक कोई फैसला लेने के लिए ज्यादा से ज्यादा आंकड़े इकट्ठे हो जाए। प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्री के साथ इस मुद्दे पर पहली बैठक 2 अप्रैल को की थी।


3- देश में कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या 5274 हो गई है। अब तक 149 लोगों की मौत हुई है। 402 ठीक हुए हैं। मंगलवार से बुधवार को खबर लिखे जाने तक 32 लोगों की मौत हुई है। कोविड के 80 फीसदी मामले माइल्ड या कम लक्षण वाले हैं। उनके उपचार और देखभाल के लिए ज़मीनी स्तर पर ढांचा तैयार किया जा रहा है। गृह मंत्रालय ने जानकारी देते हुए कहा कि हॉट स्पॉट में लॉक डाउन को बढ़ाया गया है, एरिया मार्किंग और मैपिंग की जा रही है। काला बज़ारी न बढ़े इसके लिए राज्यों को एसमा कानून का इस्तेमाल करते हुए ज़रूरी कदम उठाएं। अब तक 21271 टेस्ट किए गए हैं। स्वास्थय मंत्रालय ने जानकारी देते हुए कहा कि यह एक कठिन चुनौती है देश ही नहीं दुनिया के आगे। इस बीमारी के साथ समस्या है कि क़ई मामलों में गैर लक्षण वाले लोग भी इस बीमारी के वाहक बन रहे हैं। इसीलिए हम लोगों के सामाजिक व्यवहार और स्वास्थ्य कर्मियों के भी ट्रेनिंग में भी बदलाव करें।


4- महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या 1125 पहुंची। देशभर में कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित महाराष्ट्र है। महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या 1125 हो गई है। 120 लोग ठीक हुए हैं। खबर लिखे जाने तक 69 लोगों की मौत हुई है।


5- मुंबई के धारावी इलाके में बुधवार को कोरोना वायरस के दो और मामले सामने आए हैं, जिससे घनी आबादी वाली इस मलिन बस्ती में संक्रमित लोगों की संख्या नौ हो गई है। नए मरीजों में मुकुंद नगर इलाके का 25 वर्षीय शख्स और धानवाडा चॉल का 35 वर्षीय शख्स शामिल है। मुकुंद नगर इलाके का मरीज कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए 49 वर्षीय व्यक्ति के संपर्क में आया था और उसे आईसोलेशन में रखा गया है। धानवाडा चॉल में संपर्क में आए लोगों का पता लगाया जा रहा है जहां एक अन्य मामला सामने आया है। धारावी एशिया की सबसे बड़ी मलिन बस्ती में से एक है जहां करीब 15 लाख लोग छोटी झुग्गियों में रहते हैं जिससे यह इस महानगर का सबसे भीड़भाड़ वाला इलाका है।


6- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को एक ट्वीट में कहा कि उन्हें सम्मानित करने की इच्छा रखने वाले एक गरीब परिवार की जिम्मेदारी कम से कम तब तक उठाइए, जब तक कोरोना वायरस का संकट है। पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा है कि उनके ध्यान में लाया गया है कि कुछ लोग यह मुहिम चला रहे हैं कि 5 मिनट खड़े रहकर मोदी को सम्मानित किया जाए। पहली नजर में तो यह मोदी को विवादों में घसीटने की कोई खुराफात लगती है। पीएम मोदी ने कहा कि हो सकता है कि यह किसी की सदिच्छा हो, तो भी मेरा आग्रह है कि यदि सचमुच में आपके मन में इतना प्यार है और मोदी को सम्मानित ही करना है तो एक गरीब परिवार की जिम्मेदारी कम से कम तब तक उठाइए, जब तक कोरोना वायरस का संकट है।


7- महाराष्ट्र में कोरोना संकट के बीच शिवसेना नेता संजय राउत ने महाराष्ट्र के राज्यपाल पर निशाना साधा है। संजय राउत ने एबीपी न्यूज से बातचीत में कहा कि इस संकट की घड़ी में राज्यपाल पैरेलल (सामानंतर) सरकार चला रहे है। राज्यपाल प्रोटकाल के मुताबिक़ काम नहीं कर रहे है। वो जिला कलेक्टर तक की बैठक कर रहे है जिससे अधिकारी वर्ग समझ नहीं पा रहा कि वो सुने तो किसकी मुख्यमंत्री या राज्यपाल की। मैंने और शरद पवार जी ने ये बात प्रधानमंत्री से कही है, आशा करते हैं कि प्रधानमंत्री और गृहमंत्री इस विषय पर राज्यपाल से बात करेंगे। आज पीएम के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग पर हमने डॉनल्ड ट्रम्प द्वारा दी गई धमकी का विषय भी उठाया मैंने कहा कि अमेरिका हमारा मित्र, अमेरिकी राष्ट्रपति हमारे मित्र हैं मित्र के नाते हमें संकट में उनका सहयोग करना चाहिए लेकिन अगर कोई हमारे देश को देश के प्रधानमंत्री को धमकाए तो वो देश कभी मंज़ूर नहीं करेगा।


8- निजामुद्दीन मरकज मामले की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है वैसे-वैसे कई चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। क्राइम ब्रांच के सूत्रों के मुताबिक मरकज में फंडिंग हवाला के जरिये हो रही थी। पैसा सऊदी के अलावा कई और देशों से हवाला के जरिए आ रहा था ये सब 2005 के बाद शुरू हुआ। ये ही वजह भी है कि क्राइम ब्रांच ने अपने पहले नोटिस में मौलाना साद से मरकज की फंडिंग में बारे में पूछा, बैंक की डिटेल्स मांगी सारी डिटेल्स मांगी थी। अब क्राइम ब्रांच मरकज के हवाला कनेक्शन की भी जांच कर रही है। बुधवार को भी क्राइम ब्रांच की टीम एक बार फिर मरकज के अंदर गई और एक बार फिर पूरे मरकज की तलाशी ली गई। क्राइम ब्रांच की टीम करीब 3 घंटे तक वहां पर रही। आसपास के लोगों से बात की गई। इसके अलावा क्योंकि बुधवार को MCD को मरकज का कूड़ा साफ करना था लिहाजा क्राइम ब्रांच की टीम ये देखना चाहती थी कि उस कूड़े में कुछ जरूरी सुबूत ना चले जाए इसलिए सब चेक हो जाने के बाद ही क्राइम ब्रांच में MCD को कूड़ा उठाने के लिए कहा। मरकज मामले में मौलाना साद समेत 7 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज है। फिलहाल मौलाना साद अपने जाकिर नगर वाले घर में ही क्वारन्टीन है।


9- संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद कोविड-19 महामारी पर चर्चा करने के लिए आज एक सत्र का आयोजन करेगा। सुरक्षा परिषद कोरोना वायरस पर पहली बार वार्ता करेगी। इस महामारी ने विश्वभर में 80,000 से ज्यादा लोगों की जान ले ली है और 14 लाख से ज्यादा लोग इससे संक्रमित हैं। यह बैठक वीडियो टेली कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए होगी। संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंतोनियो गुतारेस भी इस सत्र में शामिल होंगे। यह देखने वाली बात होगी कि बैठक के बाद कोविड-19 संबंधी हालात पर प्रेस के लिए कोई बयान जारी किया जाएगा या नहीं।


10- कांग्रेस ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कोरोना वायरस महामारी से निपटने के लिए केन्द्र सरकार के कार्यबल में प्रभावित राज्यों के मुख्यमंत्रियों को शामिल करने, छोटे प्रदेशों को वित्तीय पैकेज देने और जांच मुफ्त करने सहित कई कदम उठाने का सुझाव दिया। पीएम के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये हुई विपक्षी नेताओं की बैठक के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने यह भी कहा कि ज्यादातर दलों ने लॉक डाउन की अवधि बढ़ाने का सुझाव दिया। उन्होंने बताया कि पीएम ने कहा कि लॉक डाउन की मियाद बढ़ाने या कोई दूसरा कदम उठाने से पहले वह मुख्यमंत्रियों और अपने सहयोगियों से विचार-विमर्श करेंगे।