Mahoba News: उत्तर प्रदेश के महोबा जिले में स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है. दरअसल, स्वास्थ्य विभाग की टीम ने एक मृत महिला के नाम से वैक्सीन सर्टिफिकेट जारी कर दिया. स्वास्थ्य विभाग के अनुसार मृत महिला को कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज लगा दी गई है. स्वास्थ्य विभाग की यह बड़ी लापरवाही सामने आने के बाद हड़कंप मच गया है. लोग कोविड वैक्सीनेशन को लेकर स्वास्थ्य विभाग की कार्यशैली पर सवाल उठा रहे हैं. उत्तर प्रदेश में इससे पहले भी स्वास्थ्य विभाग द्वारा इस तरह की गलतियां सामने आ चुकी हैं.
क्या है पूरा मामला
उत्तर प्रदेश के महोबा जनपद में स्वास्थ्य विभाग की बड़ी गलती सामने आई है. यहां 41 वर्ष की मृत महिला हेमलता जिनकी मौत 21 सिंतबर 2021 को हुई थी. उनके नाम से स्वास्थ्य विभाग द्वारा 17 जनवरी को कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज और वैक्सीन सर्टिफिकेट जारी कर दिया गया. स्वास्थ्य विभाग ने वैक्सीन लगाने की जानकारी मैसेज के जरिए दी है. अब मृत महिला को वैक्सीन की दूसरी डोज लगा देना का मैसेज वायरल होने के बाद से जिले और स्वास्थ्य विभाग में हड़कम्प मच गया है. जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी ( CMO) डॉ० सुधाकर पांडेय ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच के आदेश दे दिए हैं.
लापरवाही ने सबको किया हैरान
महोबा जिले के श्रीनगर थाना क्षेत्र के बिलरही गांव की रहने वाली 41 साल की हेमलता पत्नी देवपाल की 21 सितंबर 2021 को मृत्यु हो गयी थी. उसने मृत्यु से पहले 10 जुलाई को अपने पति देवपाल यादव के साथ प्राथमिक स्वास्थय केंद्र श्रीनगर में कोरोना वैक्सीन की पहली डोज लगवाई थी. पर अचानक ही उसकी तबियत बिगड़ने के कारण इलाज के दौरान उसकी 21 सितम्बर को मृत्यु हो गई. उसके मरने के तीन महीने बाद 17 जनवरी 2022 को इस मर चुकी महिला को कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज लगाने का मैसेज वायरल होने लगा.
वायरल मैसेज को लेकर जिले के स्वास्थ्य विभाग की कार्यशैली को लेकर भी सवाल खड़े होने लगे हैं. मृतका का भतीजा सौरभ यादव बताता है कि 15 जनवरी को उसके पास स्वास्थय विभाग से वेरिफिकेशन कॉल आया था जिसमें उसने जानकारी भी दी थी कि उसकी चाची की मृत्यु हो चुकी है मगर वो उस समय हैरत में पड़ गया जब उसके मोबाइल पर दूसरी डोज सफलता पूर्वक लगने का मेसेज आ गया. स्वास्थ्य विभाग की कोरोना महामारी से बचाव को लेकर इतनी बड़ी लापरवाही जिसने भी सुनी वो हैरत में पड़ गया.
यह भी पढ़ें: