गाजियाबाद: दिल्ली एनसीआर में प्रदूषण के हालात किसी से छिपे नहीं है. गाजियाबाद में प्रदूषण सबसे ज्यादा खतरनाक स्तर पर पहुंच चुका है. ऐसे में दिवाली का सीजन है और दिवाली पर प्रदूषण का स्तर सबसे भयावह हो जाता है. जिसको लेकर एनजीटी ने एनसीआर में पटाखों को बेचना और जलाने पर पूरी तरह से बैन लगा दिया है. हालांकि पिछले साल की तरह इस साल भी लोगों को उम्मीद थी कि कुछ घंटों की राहत जरूर मिल जाएगी. लेकिन ऐसा कुछ भी इस साल नहीं हो सकेगा.
फारुखनगर में बनाये जाते हैं सबसे ज्यादा पटाखे
पश्चिम उत्तर प्रदेश के जिला गाजियाबाद का एक गांव फारुखनगर ऐसा गांव है, जहां सबसे ज्यादा पटाखे दिवाली की आतिशबाजी के लिए बनाये और बेचे जाते हैं. इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं कि पूरे साल गांव सिर्फ दिवाली के आने का इंतजार करता है. उन्हें उम्मीद होती है कि दिवाली आएगी तो पूरे साल का निवाला देकर जाएगी.
गाजियाबाद में मंगलवार को जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन ने संयुक्त ऑपरेशन किया है. जिसमें उन्होंने घर जाकर अवैध रूप से रखे बम पटाखों को खोजना शुरू किया. इसके बाद जो तस्वीर सामने आई वह आप सबको हिला कर रख देगी.
एबीपी टीम फारूक नगर के एक घर पहुंचीं जो देखने में तो काफी छोटा था, लेकिन इसके अंदर पुलिस ने लाखों की कीमत के पटाखे बरामद किए.
लगातार चलाया जा रहा है सर्च ऑपरेशन
हालांकि, अभी इनकी कीमतों का सही से आकलन नहीं किया जा सका है. ऐसे में हमारे संवाददाता शक्ति सिंह ने गाजियाबाद लोनी एसडीएम खालिद अंजुम और साहिबाबाद एएसपी केशव कुमार से बातचीत की तो उन्होंने बताया की एनजीटी के आदेश के बाद से ही हम पूरी तरह से सतर्क हैं और किसी भी तरह की ढिलाई देने के लिए तैयार नहीं हैं. जिसके तहत लगातार सर्च ऑपरेशन चलाए जा रहे हैं. जिसमें हमने कई टीमें भी गठित की हैं, और घर-घर जाकर सर्च ऑपरेशन को चलाया जा रहा है और यह सर्च ऑपरेशन दिवाली तक चलता रहेगा.
जिला और पुलिस प्रशासन लगातार गांव में छापेमारी कर रहा था. तभी पुलिस के हाथ कुछ ऐसी जगह लगी, जहां पटाखे रखना किसी खतरे से खाली नहीं था. भूसे के ढेर में पटाखे छिपा कर रखे गए थे, खैर पुलिस ने खोज निकाला और इनको जब्त कर लिया. यहां पटाखे रखना किसी भी बड़े हादसे को दावत दे सकता था.
पुराने घर को बना रखा था गोदाम
लगातार सर्च ऑपरेशन में एबीपी की टीम एक ऐसी जगह पहुंची. जहां पटाखे रखना किसी शातिर दिमाग से कम नहीं था. दरअसल यह घर लगभग 400 से 500 साल पुराना है और पूरी तरह से खंडर में तब्दील हो चुका है. जब एबीपी टीम यहां पहुंची तो उन्होंने देखा कि यहां भी पटाखों को बोरे में भरकर रखा गया है. एबीपी टीम के पीछे पीछे पुलिस प्रशासन भी पहुंचा और उन्होंने सारे पटाखों को जब्त कर लिया.
इस तादाद में पटाखे गाजियाबाद में कितना प्रदूषण फैला सकते थे. जो कि बुजुर्ग बच्चों और गर्भवती महिलाओं के लिए बेहद खतरनाक साबित हो सकते थे. बहरहाल देखने वाली बात यह होगी कि आगे की कार्रवाई में कितना सामान पुलिस जब्त कर पाती है और दिवाली पर प्रदूषण की क्या स्थिति रहेगी.
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