Crisis of Joshimath: उत्तराखंड में आगामी चारधाम यात्रा की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं. इस बीच जोशीमठ में नरसिंह मंदिर से बदरीनाथ को जोड़ने वाले राजमार्ग पर नई दरारें उभर आई हैं. इन दरारों के बाद चार धाम यात्रा की सुरक्षा को लेकर खतरा पैदा हो गया है. हाईवे पर पैदा हुई दरारें यात्रियों के लिए बड़ा खतरा बन सकती हैं.आशंका यह भी जताई जा रही है कि इस इलाके में दरारों की संख्या और बढ़ सकती है.जिला प्रशासन ने सीमा सड़क संगठन को दरारों का परीक्षण कर सुरक्षात्मक उपाय करने के निर्देश दिए हैं.
कहां से कहां तक आई हैं दरारें
‘जोशीमठ बचाओ संघर्ष समिति’ के प्रवक्ता कमल रतूड़ी ने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग पर जोशीमठ में नरसिंह मंदिर से होकर बदरीनाथ जाने वाली सड़क पर ये नई दरारें पिछले तीन दिनों में उभरी हैं. जोशीमठ से बदरीनाथ जाने वाले वाहन इस मार्ग का उपयोग करते हैं. इस मार्ग की देखभाल लोक निर्माण विभाग करता है. वहीं वापसी में जोशीमठ के मुख्य बाजार के बीचो-बीच से गुजरने वाली सड़क का उपयोग किया जाता है. इसे सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) देखता है.
जोशीमठ से मारवाड़ी के बीच इस मुख्य सड़क पर भी दरारें हैं जिनकी मरम्मत सीमा सड़क संगठन की ओर से की जा रही है.रतूड़ी ने बताया कि बदरीनाथ यात्रा सही ढंग से चले,इसके लिए जोशीमठ के प्रवेश द्वार पर टीसीपी से औली के लिए बने मार्ग को गैस गोदाम तक बेहतर बनाया जाना चाहिए,जिससे यात्राकाल में तीर्थयात्री सुगमता से बद्रीनाथ आ-जा सकें.
उत्तराखंड में चारधाम यात्रा
राजमार्ग पर दरारें और धंसाव के चलते अप्रैल से शुरू हो रही बदरीनाथ यात्रा को लेकर स्थानीय लोग भी चिंतित हैं.बदरीनाथ यात्रा इस साल 27 अप्रैल को शुरू हो रही है. इसके लिए तैयारियां शुरू कर दी गई हैं. वहीं केदारनाथ धाम के कपाट 25 अप्रैल को खुलेंगे.
इस बीच चमोली के डीएम हिमांशु खुराना ने कहा कि बदरीनाथ हाईवे पर जेपी से मारवाड़ी तक सड़क में दरारें आ गई हैं.खुराना ने कहा,"सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) को दरारों का परीक्षण करने और सुरक्षात्मक उपाय करने के निर्देश दिए गए हैं." डीएम खुराना के मुताबिक,जोशीमठ के लोगों ने ''कुछ घरों में दरारें आने की शिकायत की है.''
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