नई दिल्ली, एबीपी गंगा। अगर आप क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करते हैं या फिर इसका यूज करने के बारे में सोच रहे हैं, तो ये खबर आपके लिए ही है। क्रेडिट कार्ड के इस्तेमाल के दौरान कुछ गलतियों से हमेशा दूरी बनाकर चलती चाहिए, ये गलतियां कौन-कौन सी है। ये इस रिपोर्ट में हम आपको बताने जा रहे हैं। बीते कुछ सालों की बात करें, तो इस दौरान क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल बढ़ा है। हालांकि, जो नए क्रेडिट कार्ड यूजर्स हैं, वो इसके इस्तेमाल के दौरान अमूमन कुछ ऐसी गलतियां कर बैठते हैं, जिनसे बचना चाहिए। ऐसी ही सात गलतियों के बारे में हम बताने जा रहे हैं, जिनसे हमेशा बचकर रहना चाहिए।



क्रेडिट कार्ड यूजर्स भूलकर भी न करें ये गलतियां



पहली गलती
क्रेडिट कार्ड डिटेल शेयरिंग
सबसे पहली और सबसे बड़ी गलती होती है, क्रेडिट कार्ड के ब्योरे को किसी के साथ साझा यानी शेयर करना। कई बार ऐसा होता है कि कोई खुद को कार्ड कंपनी का इम्पलॉय बताकर ठगी करते हैं और आपके कार्ड से संबंधित सारी जानकारी निकलवा लेते हैं। इससे आप बड़े फ्रॉड के लपेटे में आ सकते हैं। एक बात समझने की जरूरत है कि कभी भी बैंक या फिर क्रेडिट कार्ड कंपनियां आपसे इस तरह की डिटेल्स नहीं मांगती हैं। अगर आप डिटेल साझा करते हैं, तो कार्ड को स्किम यानी कॉपी करने की आशंका बढ़ जाती है, इससे कार्ड का दुरुपयोग हो सकता है। ऐसी स्थिति में कभी भी किसी के साथ भी क्रेडिट कार्ड का पिन या फिर उससे जुड़ा अन्य कोई ब्योरा किसी से साझा करने से बचें। अगर EDC (card swipe machine) मशीन नहीं दिख रही हैं, तो कार्ड बिल्कुल न दें।


दूसरी गलती
समय से भुगतान न करना
कई बार ऐसा होता है कि आप समय पर भुगतान करने में चूक जाते हैं, ऐसे लोगों को क्रेडिट कार्ड कंपनियां पसंद नहीं करती हैं। ऐसी स्थिति वे ईमेल या फिर SMS के माध्यम से बकाया रकम की भुगतान के बारे में याद दिलाती हैं और अगर भुगतान में थोड़ी सी भी चूक होती है, तो पेनाल्टी के साथ-साथ आपको बकाया रकम पर ब्याज भी देता पड़ता है। इसका दूसरा गलत परिणाम ये भी होता है कि अगले महीने की जाने वाली शॉपिंग पर ब्याज मुक्त नहीं होता है। इतना ही नहीं, इससे क्रेडिट स्कोर को भी नुकसान पहुंचता है। ऐसी स्थिति में भविष्य में लोन लेने की संभावना भी घट जाती है। इससे कैसे बचना चाहिए, इसके लिए आपको बैंक के निर्देशानुसार हर महीने की तय तारीख को क्रेडिट कार्ड के बिल का भुगतान किया जाए। अगर किसी कारण पैसे की किल्लत हो तो, कम से कम मिनिमम चार्जेज का भुगतान जरूर कर दें, ताकि पेनाल्टी से बचा जा सके।



तीसरी गलती
केवल मिनिमम चार्जेज का भुगतान
अगर आप सोच रहे हों कि केवल मिनिमम चार्जेज का भुगतान कर दें, तो काम बन जाएगा, तो ये सोचना गलत है। क्रेडिट कार्ड कंपनियां हमेशा चाहती हैं कि आप क्रेडिट को रिवॉल्व करें, ताकि वो मोटा मुनाफा कमा सकें, लेकिन अगर आप केवल बकाये का मिनिमम चार्जेज यानी न्यूनतम रकम जमा करते हैं, तो जो रकम आपने नहीं चुकाई है, उसपर 2-4 फीसदी ब्याज वसूला जाता है। ये वकूसी सालाना 25-48 फीसदी बैठती है, जो की महंगा कर्ज साबित होता है। उससे भी बड़ी बात ये है कि कार्ड पर अगर बकाया बचा है तो खरीद के मामले में आपके कार्ड पर ब्याज मुक्त अवधि लागू नहीं होती है। ऐसी स्थिति में सही तरीका यही होगा कि आप अपने खर्चों पर अंकुश लगाएं, यानी उतना ही खर्च करें, जितना आप आराम से भुगतान कर सकें।


चौथी गलती
कार्ड से कैश की निकासी
क्रेडिट कार्ड यूजर्स के लिए ये जानना बेहद जरूरी है कि कार्ड कंपनियों बहुत अधिक लगात पर आपको एटीएम से पैसे निकालने की छूट देती हैं। यानी की कैश एडवांस के लिए फिक्स चार्ज होता है। क्रेडिट कार्ड के माध्यम से एटीएम से नकद निकासी पर 2-4 फीसदी प्रति माह का ब्याज वसूला जाता है। ये बहुत ही महंगा विकल्प है। ऐसी स्थिति में आपको क्रेडिट कार्ड से कैश निकालने से बचना चाहिए।



5वीं गलती
लिमिट का पूरा इस्तेमाल
क्रेडिट लिमिट का पूरा इस्तेमाल भी नुकसानदायक होता है। क्रेडिट कार्ड आपको खर्च की पूरी आजादी देता है, लेकिन अगर आप अपनी क्रेडिट कार्ड लिमिट के बड़े हिस्से का इस्तेमाल करते हैं, तो आपका क्रेडिट स्कोर प्रभावित हो सकता है। ऐसे में अपने बजट में खर्च करें या फिर एक कार्ड की बजाय आप 2-3 कार्ड रखें, ताकि लिमिट पर प्रभाव न पड़े।


छठीं गलती
केवल Reward Points के लिए शॉपिंग से बचें
केवल रिवॉर्ड प्वाइंट्स पाने के लिए आप कार्ड के इस्तेमाल से बचें। हर खरीद पर आपको कार्ड कंपनी रिवॉर्ड प्वाइंट्स देती हैं, ये एक तरीका होता है आपको खर्च के लिए प्रोत्साहित करने का। ऐसे में केवल Reward Points हासिल करने के लिए शॉपिंग करना कोई समझदारी नहीं है। ऐसे में केवल बजट और जरूरत के अनुसार ही खर्च करें। क्रेडिट कार्ड कंपनी की अनुपति से आप अपने रिवॉर्ड प्वाइंट्स को बिल के भुगतान में एडजस्ट भी करा सकते हैं।



7वीं गलती
कार्ड अकाउंट को बार-बार बंद करना
कई बार होता है कि लोग अपने कार्ड अकाउंट को बंद कर देते हैं, तो कोई अच्छा फैसला नहीं है बल्कि ऐसा करना गलती है। अगर उदाहरण देकर आपको समझाया जाए तो, अगर आप दो कार्ड रखते हैं और दोनों की लिमिट 50,000-50,000 रुपये है। आपने इनसे एक महीने में 30,000 रुपये खर्च किए हैं, तो क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेशियो 30 फीसदी होगा। अगर आपने एक कार्ड बंद कर दिया या बंद करने के बारे में सोच रहे हैं, तो ऐसी स्थिति में यही रेशियों बढ़कर 60 फीसदी हो जाएगा। ऐसे में क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेशियो का बढ़ना, आपके क्रेडिट स्कोर के लिए नुकसादायक होता है। ऐसे में अगर आप कार्ड इस्तेमाल नहीं भी कर रहे हैं, तो भी उसे एक्टिव रखें।


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