ऊधमसिंह नगर। उत्तराखंड में लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या को देखते हुए सरकार ने हर स्तर पर तैयारी शुरू की है. महामारी से मारने वाले व्यक्ति का उसके धर्म के अनुसार अंतिम संस्कार करने के लिए भी सराकर ने कमर कस ली है. एसडीएम ने पटवारियों को ग्रामीण क्षेत्रो में शवों को जलने और दफनाने के लिए जमीनों को चिन्हित करने के आदेश दे दिए हैं.


शासन की तरफ से कोरोना संक्रमित शवों का पूरे सम्मान के साथ अंतिम संस्कार की नीति लागू करने के बाद प्रशासन भी इसको अमलीजामा पहनाने को जुट गया है. एसडीएम खटीमा ने पुलिस, नगरपालिका व अन्य विभागों के अधिकारियों के साथ मीटिंग की. मीटिंग के दौरान अधिकारी ने कोरोना संक्रमित शवों के अंतिम संस्कार की सरकारी नियमावली के बारे में जानकारी दी.



एसडीएम खटीमा निर्मला बिष्ट के अनुसार प्रशसान की तरफ से कोरोना संक्रमित शवों के अंतिम संस्कार की व्यवस्था की जाएगी. इस काम के लिए स्वयं सेवकों का चयन किया जाएगा और शव के अंतिम संस्कार के लिए सरकार की तरफ से चार सौ रुपये भी दिए जाएंगे. तहसील क्षेत्र के पटवारियों को इस विषय पर अलग-अलग क्षेत्रो में भूमि चयन के निर्देश दे दिए गए हैं. खटीमा क्षेत्र में अगर कोरोना संक्रमण की वजह से किसी की मौत होती है तो पूरे सम्मान और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उसका अंतिम संस्कार किया जाएगा.



नोएडा में बेकाबू हुआ कोरोना, 76 नए पॉज़िटिव केस सामने आए, मरीजों की संख्या एक हजार के पार