Noida News: पुलिस आयुक्तालय के अंतर्गत कार्य कर रही अपराध शाखा टीम द्वारा रिश्वत लेकर एटीएम हैकरों को छोड़ने के मामले में रविवार को एक हेडकांस्टेबल को बर्खास्त किया गया. इस मामले में पहले ही एक निरीक्षक सहित दो पुलिस कर्मियों को भी बर्खास्त किया गया था.
जांच में आरोप सही
पुलिस आयुक्त आलोक सिंह ने रविवार को बताया कि सोशल मीडिया पर जारी वीडियो तथा गाजियाबाद पुलिस की रिपोर्ट के आधार पर यह बात संज्ञान में आई कि गौतमबुद्ध नगर जिला पुलिस की अपराध शाखा में कार्यरत लोगों ने एटीएम हैकरों को रिश्वत लेकर छोड़ा. पुलिस उपायुक्त (अपराध) की जांच में आरोप सही साबित हुए.
बर्खास्त किया गया
उन्होंने बताया कि रिपोर्ट के आधार पर आज हेड कांस्टेबल नितिन तोमर को बर्खास्त कर दिया गया है. पुलिस आयुक्त ने बताया कि इस मामले में 30 नवंबर को अपराध शाखा के प्रभारी निरीक्षक शावेज खान और हेड कांस्टेबल अमरीश कांत यादव को बर्खास्त किया गया था.
पहले भी थे आरोप
गौरतलब है कि तोमर पर पहले भी आरोप लगे थे. नोएडा सेक्टर-20 थाना क्षेत्र में एक सट्टा कारोबारी से हुई लूटपाट के मामले में भी वह नामित था. इसके अलावा कुख्यात गैंगस्टर सुंदर भाटी के साथ उसके कथित नजदीकी संबंध होने की बात सामने आई थी.
संपत्ति जांच के आदेश
पुलिस आयुक्त ने अपराध शाखा के सभी कर्मचारियों की संपत्ति की जांच के आदेश दिए हैं. उन्होंने बताया कि इंदिरापुरम थाना (गाजियाबाद) पुलिस ने एटीएम हैकर गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है और उनसे पूछताछ में खुलासा हुआ था कि नोएडा पुलिस की अपराधा शाखा की टीम ने पहले भी उन्हें पकड़ा था लेकिन 25 लाख रुपये रिश्वत और एक क्रेटा कार लेकर छोड़ दिया था.
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