गाजियाबाद: अंधेरी सड़कों पर बेखौफ घूमते हैं अपराधी, पुलिस ने नगर निगम को लिखी चिट्ठी
गाजियाबाद की अंधेरी सड़कों पर महिलाएं रात में निकलने से परहेज करती हैं. वजह साफ है कि इन अंधेरी सड़कों पर अपराधी कभी भी वारदातों को अंजाम दे सकते हैं.
गाजियाबाद. यूपी के गाजियाबाद जिले में कई जगह ऐसी हैं जहां रात में लाइट की व्यवस्था नहीं है. बदमाश अंधेरी सड़कों का फायदा उठाते हैं और आसानी से वारदातों को अंजाम देते हैं. खासकर रात में महिलाओं के लिए बाहर निकला बिल्कुल भी सेफ नहीं है. रात में भी कई महिलाएं दफ्तर जाती है और उन्हें अंधेरों भरे रास्तों से होकर भी गुजरना पड़ता है.
हालांकि, गाजियाबाद पुलिस ने सेफ सिटी परियोजना के अंतर्गत महिलाओं की सुरक्षा और बचाव हेतु पिंक बूथ, डार्क जोन को चिंहित कर नगर निगम गाजियाबाद को एक पत्र लिखा है. पत्र में पुलिस ने महिला सुरक्षा की दृष्टि से शहर के संवेदनशील स्थानों पर लाइट की पूर्ण व्यवस्था करने का आग्रह किया है.
गाजियाबाद पुलिस की चिट्ठी को लेकर एबीपी गंगा की टीम ने नगर आयुक्त से बात की. उन्होंने बताया कि पहले जो सर्वे हुआ था उसमें 300 पॉइंट थे जहां पर लाइट नहीं लगी थी. मिशन शक्ति के तहत हम आगे बढ़ भी रहे हैं और कुछ स्थानों पर हमने लाइट लगा भी दी है. जल्द से जल्द हम सभी चिन्हित स्थानों पर लाइट लगा देंगे.
एबीपी का रियलिटी चेक महिला सुरक्षा को लेकर एबीपी गंगा की टीम ने रियलिटी चेक भी किया. रियलिटी चेक में पता चला कि कुछ स्थानों पर जहां सड़क काफी सुनसान थी. वहां वाहन तो बहुत तेज गति से आ रहे हैं, लेकिन कोई महिला इन रास्तों से गुजरने की हिम्मत नहीं जुटा पाती है. कई सड़कों पर पोल भी लगे हैं, लेकिन लाइट नहीं हैं. वहीं, जिनमें लाइट हैं, लेकिन वो जल नहीं रही है.
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