STF और पुलिस के साथ मुठभेड़ में ढेर हुआ एक लाख का इनामी तौकीर, कई जिलों में मचा रखा था आतंक
एसटीएफ की टीम ने डेरा डाल रखा था। तड़के लगभग तीन बजे जब तौकीर ईद मनाकर वापस जा रहा था तो एसटीएफ ने उसे शहर कोतवाली के चिलबिला कोट के पास घेर लिया।
प्रतापगढ़, एबीपी गंगा। प्रयागराज, जौनपुर तथा प्रतापगढ़ में पुलिस को लगातार चुनौती दे रहे बदमाश तौकीर को गुरुवार तड़के प्रतापगढ़ पुलिस के साथ एसटीएफ की टीम ने मुठभेड़ में ढेर कर दिया। मुठभेड़ के दौरान इनामी बदमाश तौकीर का एक साथी भागने में सफल रहा। तौकीर एक लाख का इनामी बदमाश था और कई मामलों में वांछित चल रहा था। आए दिन बदमाश रंगदारी के लिए लोगों को फोन किया करता था। तौकीर प्रतापगढ़ के भुलियापुर का रहने वाला था और पिछले काफी वक्त से पुलिस उसकी तलाश में थी। एसटीएफ भी इस कुख्यात पीछे थी और गिरफ्तारी के प्रयास कर रही थी।
टीम के मिली सूचना एसटीएफ को सूचना मिली थी कि तौकीर ईद पर अपने घर आएगा। पिछले तीन दिन से एसटीएफ की टीम ने जिले में डेरा डाल रखा था। तड़के लगभग तीन बजे जब तौकीर ईद मनाकर वापस जा रहा था तो एसटीएफ ने उसे शहर कोतवाली के चिलबिला कोट के पास घेर लिया। घिरा देखकर उसने फायरिंग शुरू कर दी। एसटीएफ की तरफ से हुई जवाबी फायरिंग में तौकीर मारा गया। तौकीर से 32 बोर की 2 पिस्टल और एक कार्बाइन बरामद की गई है। प्रतापगढ़ पुलिस के लिए सिरदर्द बन चुका कुख्यात अपराधी तौकीर ने ईद बाद किसी बड़े वारदात को अंजाम देने की धमकी भी दी थी।
कई मामलों में थी तलाश तौकीर के खिलाफ दर्जनों मामले दर्ज हैं। उसने मार्बल व्यापारी राजेश सिंह, जेल वार्डन हर नारायण त्रिवेदी तथा प्रधान दिनेश दुबे की हत्या भी की थी। प्रतापगढ़ के कोतवाली सिटी इलाके में एसटीएफ मुख्यालय की टीम के साथ ही उसके खिलाफ प्रतापगढ़ पुलिस ने बड़ा अभियान चला रखा था। एसटीएफ की टीम में एसएसपी अभिषेक सिंह के साथ एएसपी सत्यसेन यादव, निरीक्षक हेमंत भूषण, सब इंस्पेक्टर विनय सिंह, सब इंस्पेक्टर उमेश यादव के साथ कांस्टेबल राम सिंह, आलोक, अरविंद और कमांडो सुबोध व विजय थे। ऑपरेशन को एसटीएफ लखनऊ यूनिट ने कामयाबी से अंजाम दिया। इस ऑपरेशन की कमान खुद एसएसपी एसटीएफ अभिषेक सिंह संभाल रहे थे।