बागपत. जनपद में बडौत, गौना और गांगरौली गांव के बाद एक बार फिर मकान बिकाऊ के पोस्टर चिपके हैं. इस बार कुख्यात बदमाश अजित उर्फ हप्पू गिरोह के शातिर अपराधी की दहशत में सेना के जवान के घर यह बेबसी के पोस्टर चिपकाए गए हैं. बावली गांव में मकान बिकाऊ के पोस्टर चिपकाने के बाद पुलिस प्रशासन में हड़कंप मचा है. पीड़ित परिवार का आरोप है कि उन्हें अजित उर्फ हप्पू गिरोह का शातिर बदमाश परेशान कर रहा है, चूंकि उसे शक है कि वह उसकी पुलिस से मुखबिरी करते हैं. वह इतने भयभीत हो चुके हैं कि अब मकान ही बेचने का प्लान बना लिया है, जिसके बाद यह पोस्टर चिपकाने पड़े हैं. पीड़ित परिवार का एक बेटा नौ सेना में दिल्ली मुख्यालय में तैनात है.


जान से मारने की धमकी देता है अपराधी


बड़ौत कोतवाली क्षेत्र के बावली गांव निवासी विनोद और उसके भाई राहुल के घर के पास ही बरेली जेल में बंद कुख्यात अजित उर्फ हप्पू के गिरोह के शातिर अपराधी का घर है. आरोपी को शक है कि वह पुलिस से उसकी मुखबिरी करते हैं, जिसके कारण वह आए दिन उन्हें जान से मारने की धमकी देकर परेशान करता रहता है. एक बार वह गांव से पलायन कर चले गए थे, लेकिन कुछ दिन पहले दोबारा गांव में लौटे तो आरोपी ने उन्हें फिर धमकाना शुरू कर दिया, जिससे उनका परिवार दहशत में है. राहुल तोमर नौसेना में जवान है, जो दिल्ली मुख्यालय में तैनात है. वर्तमान में घर पर विनोद और उसकी माता कमलेश देवी ही रहती हैं.



इस वजह से लगाना पड़ा पोस्टर


परिवार का कहना है कि यह शातिर अपराधी किसी भी वक्त बड़ी वारदात को अंजाम दे सकता है, इसलिए मजबूरी में वह मकान बेचना चाहते हैं और अपने घर के बाहर मकान बिकाऊ के पोस्टर चिपकाने पड़े हैं. पुलिस भी आरोपित के खिलाफ ठोस कार्रवाई नहीं करती है. इस संबंध में प्रधानमंत्री को भी पत्र लिखा है. पुलिस का कहना है कि दोनों पक्षों के बीच अदालत में विवाद चल रहा है. जिस व्यक्ति ने पोस्टर चिपकाए हैं, वह एक बार मुकदमे में हार चुका है और दूसरा मुकदमा अदालत में लंबित है. यह व्यक्ति शिकायत करने का आदी है, एक माह पहले दोनों पक्षों को मुचलका पाबंद किया गया था. पंपलेट पुलिस-प्रशासन को दबाव में लेने के लिए चिपकाए गए हैं, इसकी जांच कराई जा रही है.


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