वाराणसी,एबीपी गंगा। वाराणसी के बाजारों में अक्षय तृतीया के पूर्व रौनक रही | लोगो ने सोने,चांदी के आभूषण की बुकिंग की। ग्राहकों के लिए छोटे से लेकर बड़े शो रुम आकर्षक स्कीम योजनाएं दे रहे हैं । लोगों का रुझान भी अक्षय तृतीया पर खरीदारी करने में देखने को मिली।


अक्षय तृतीया का क्या महत्व है


सूर्य और चंद्रमा इस दिन अपनी उच्च राशि में बैठ कर ज्यादा प्रभावी हो जाते हैं। वर्ष 2019 में सोने (Gold) के कारक गुरु ग्रह अपनी राशि मीन को देख रहे हैं जिसमे शुक्र बैठे हैं। इसलिये इस समय गोल्ड और उसके आभूषण में इन्वेस्टमेंट फायदे का रहेगा। आभूषण क्रय या इस दिन नए आभूषण पहनना और भी अधिक आभूषणों का मालिक बनाएगा। इस वर्ष शुक्र और राहु भी अपनी उच्च राशि में बैठे हैं। अतः विलासिता की वस्तुओं जैसे ग्रह सज्जा की वस्तुओं, आभूषण, कपड़े, सेंट आदि पर खर्च या उपयोग में लेना कई गुना होकर वापस आता है।


इस दिन बिना मुहूर्त के भी शादी की जा सकती है। ऐसा माना जाता है कि इस तिथि पर किया गया दान-पुण्य कई गुना होकर वापस आता है। नया बिज़नेस, नया घर,नई वस्तुओं की खरीद या उपयोग विशेष फल देती है। सुदामा और कृष्णा का मिलना इसी दिन हुआ था। सुदामा द्वारा प्रेम भाव से दिया गया दही चिवड़ा का उपहार कृष्ण ने सुदामा को बिना मांगे अकूत धन और महल देकर उतारा था।


अक्षय तृतीय के अवसर पर वाराणसी के प्रतिष्ठित ज्वैलर्स कन्हैया लाल गुलाबचंद सर्राफ के अधिष्ठाता अनिल जैन ने कहां की आज अक्षय तृतीया के दिन ऐसी मान्यता है कि आज के दिन जो भी चीज ली जाती है उसका क्षय नहीं होता है भगवान विष्णु और लक्ष्मी का यह पर्व है इस दिन माना जाता है कि जो भी संपत्ति संपदा हम लेते हैं वह हमेशा अक्षुण्य रहती है आज जिसकी जितनी सामर्थ है वह उस हिसाब से कुछ ना कुछ आभूषण सोना-चांदी या सिक्का जरूर लेता है आजकल के नव युवकों का ट्रेंड थोड़ा बदल गया है इन्हें फैंसी और हल्की चीजों का शौक है और उसी को लेकर इस समय बाजार चल रहा है लोगों को हल्की चीजें पसंद आ रही है अनिल जैन ने कहा कि चुनाव की वजह से जो पैसा लेकर एक लिमिट में चलने की पाबंदी है उसके वजह से बाजार का रुख कमजोर है क्योंकि स्वर्ण आभूषणों के बाजार में थोड़ी महंगी चीजें होती हैं और जो लिमिट 50 हजार रुपये लेकर चलने की है इसकी वजह से थोड़ी सी समस्या आ रही है।


अक्षय तृतीया के दिन ज्वैलरी शॉप पर अपने पसंद की ज्वैलरी लेने आई निधि वाजपेई ने कहा कि अक्षय तृतीया को लेकर हम महिलाएं एक महीने पहले से ही तैयारी में लग जाते हैं। यह हम लोगों के विश्वास में और पारिवारिक दुकान है यहां जितनी वैरायटी है यहां छोटा बड़ा हर तरह की चीज हमें मिल जाती हैं, जो हमारे बजट के हिसाब से सही रहता है यहां पर हर तरह की सहूलियत हम लोगों को मिलती है। मेरा और मेरे पूरे परिवार का ज्वेलरी की शॉपिंग इसी दुकान से होती है यह हमारे और हमारे पूरे परिवार के लिए विश्वसनीय दुकान है हम महिलाएं तो अक्षय तृतीया ही नहीं मौका ढूंढते रहते हैं कि कुछ ज्वेलरी और गोल्ड खरीदा जाए इससे अच्छा मौका और क्या मिलेगा सब सामने खुला है और खरीदारी हो रही है।


अक्षय तृतीया के दिन अपने पसंद की ज्वैलरी डॉक्टर शुभ्रा वर्मा ने बताया कि हम कोई तैयारी करके नहीं आए हैं लेकिन हमें यह पता है कि हमें आज ज्वेलरी लेनी है। पिछले अक्षय तृतीया पर हमने एक कंगन यही से लिया था हमें इस दुकान पर पूरा विश्वास है और हमारे परिवार और हमारे रिलेशन में यहीं से जल्दी की खरीदारी की जाती है। डॉ शुभ्रा ने कहा कि दिन का बड़ा महत्व है, क्योंकि आज भगवान विष्णु और महालक्ष्मी की पूजा होती है। गंगा स्नान करके दान पुण्य किया जाता है मान्यता अनुसार आज के दिन ज्वेलरी सोना खरीदने से शुभ होता है।