बतादें कि बजाज कुंदरकी मिल की गन्ना पेराई की कैपेसिटी उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा है. वैसे गोंडा में चार चीनी मिले हैं, जिसमें से मनकापुर चीनी मिल, मैजापुर चीनी मिल और मसकनवा चीनी मिल इन तीनों चीनी मिल में बजाज शुगर चीनी मिल सबसे बड़ी है और इसकी क्षमता भी बहुत है. अधिक क्षमता वाले मिल होने के बावजूद इसको पर्याप्त मात्रा में गन्ना की सप्लाई ना होने के चलते मिल को मार्च तक ही बंद कर देना पड़ता है. बजाज चीनी मिल के यूनिट हेड भी मानते हैं कि यह मिल अन्य मिलों की अपेक्षा पेमेंट देने में कुछ पीछे है जिसके चलते किसान अपना गन्ना यहां कम लाते हैं.
बजाज कुंदरकी मिल के यूनिट हेड जेबी सिंह ने बताया कि पेराई सत्र का शुभारंभ हुआ है परंतु गन्ना पेराई की शुरुआत 25 नवंबर से होगी. आज शुभ मुहूर्त था तो शुभारंभ कर दिया गया है, जिसके लिए किसानों की पर्ची जारी कर दी गई है. 25 नवंबर को दोपहर एक बजे से मिल का संचालन शुरू हो जाएगा.
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