Kanpur University News: एक जमाने में कानपुर विश्वविद्यालय दलालों और शिक्षा माफियाओं से भरा हुआ करता था. यहां हर वो काम हो जाता था, जिसकी आप कल्पना करते हैं. बस उस काम की कीमत चुकानी पड़ती थी. लेकिन धीरे धीरे समय बदला और आधुनिकता के इस दौर में ऐसा लगा कि अब शिक्षा के क्षेत्र में चलने वाले इस गोरखधंधे पर अंकुश लगेगा. लेकिन आधुनिकता के कानपुर विश्वविद्यालय में ज़माने से चले आ रहे खेल यानी फेल को पास और पास को फेल कराने का काम बदस्तूर जारी है. लेकिन एक शिकायत ने इस गैंग का पर्दाफाश कर दिया.



कुछ दिनों पहले कानपुर विश्वविद्यालय को एक शिकायत की गई जिसमें कुछ छात्रों के फेल होने के बावजूद यू ही पास कराया गया. इस जानकारी को एक लिफाफे में बंद कर सीएसजेएमयू भेज दिया गया. जिसके बाद कुलपति और पूरा प्रबंधन हिल गया, फिर जांच शुरू हुई. साल 2010 से विश्वविद्यालय में हावी ये गैंग जिसमे विश्वविद्यालय और बाहरी लोग शामिल थे. जिसमे जांच की गई और पुलिस से शिकायत सीएसजेएमयू की ओर से की गई. जिसके बाद इस खेल मे शामिल 

तीन और गैंग के सदस्य हुए गिरफ्तार
कल्याणपुर पुलिस इस मामले की जांच कर रही है और हर रोज एक नया नाम इस गैंग से सामने आता है वहीं पुलिस ने एक कैफे संचालक प्रकाश सक्सेना ,राम बुझारत, और घनश्याम गौर का नाम सामने आया हुआ पुलिस ने इन तीनों को भी जेल भेज दिया आहे क्योंकि इसमें एक रिटायर कर्मी है और दूसरा संविदा कर्मी है अभी जनक की जा थी है और इस मामले में विश्वविद्यालय के तमाम कर्मचारी और बाहरी सदस्यों ने नाम उजागर होंगे.

वहीं इस मामले में चल रही जांच और अभियुक्तों की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस अधिकारी राजेश कुमार  सिंह पुलिस उपायुक्त ने बताया कि इस मामले की जांच बड़े स्तर पर की जा रही है और इस जांच में बड़े खुलासे होने बाकी है अभी कुल 6 अभियुक्तों की गिरफ्तारी कर जेल भेजा गया है और इस गिरफ्तारी को लेकर इस गैंग के हिस्सेदार लोग आंदोलन कर अभियुक्तों के बचाएं में खड़े होने की कोशिश कर रहे हैं. उसका पर्दाफाश किया जाएगा.


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