हल्द्वानी के बनभूलपुरा क्षेत्र से हटा कर्फ्यू, आज सुबह 5 बजे से नहीं होगा प्रभावी
Haldwani Curfew: हल्द्वानी के बनभूलपुरा क्षेत्र से कर्फ्यू हटाने का फैसला किया गया है. 20 फरवरी सुबह 5 बजे से कर्फ्यू प्रभावी नहीं. जिलाधिकारी वंदना सिंह ने आदेश जारी किया है.
Haldwani News: उत्तराखंड के हल्द्वानी में बनभूलपुरा से कर्फ्यू हटा दिया गया है. आज सुबह 5 बजे से कर्फ्यू लागू नहीं होगा. जिला अधिकारी वंदना सिंह ने ये आदेश जारी किया. जिलाधिकारी वंदना सिंह ने आदेश जारी करते हुए कहा कि 8 फरवी -2024 को बनभूलपुरा क्षेत्र में घटित घटना के दृष्टिगत कानून और शान्ति-व्यवस्था बनाये रखने के लिए धारा-144 के अन्तर्गत हल्द्वानी स्थित बनभूलपुरा क्षेत्र में कर्फ्यू की घोषणा की गई थी.
आदेश में कहा गया कि बाद में बनभूलपुरा क्षेत्र में कर्फ्यू में ढील भी दी गई. मौजूदा वर्तमान परिस्थितियों में अब बनभूलपुरा में कर्फ्यू की जरूरत नहीं है. इसलिए धारा-144 के अन्तर्गत निर्गत कर्फ्यू आदेश दिनांक 20 फरवरी, 2024 को प्रातः 05-00 बजे से समाप्त किया जाता है.
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इस बीच उत्तराखंड के हल्द्वानी में अवैध रूप से निर्मित मदरसे को ढहाने को लेकर हुई हिंसा के सिलसिले में सोमवार को 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया. पुलिस ने यह जानकारी दी. नैनीताल के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) प्रह्लाद नारायण मीणा ने संवाददाताओं को बताया कि इन गिरफ्तारियों के साथ आठ फरवरी की घटना के संबंध में अब तक गिरफ्तार किए गए लोगों की संख्या बढ़कर 68 हो गई है.
सोमवार को गिरफ्तार किए गए लोगों में अरबाज नाम का व्यक्ति भी शामिल है जिसने पेट्रोल बम बनाने के लिए सामग्री की कथित तौर पर आपूर्ति की थी. इन पेट्रोल बम को दंगाइयों ने पुलिस कर्मियों और नगर निकाय कर्मियों पर फेंका था. एसएसपी ने बताया कि उसके पास से नौ लीटर पेट्रोल जब्त किया गया है.
पुलिस अधिकारी ने बताया कि झड़प के बाद दर्ज की गई तीन प्राथमिकियों में नामजद 16 आरोपियों में से 12 को गिरफ्तार कर लिया गया है और शेष को पकड़ने के लिए उनकी तलाश जारी है.
बनभूलपुरा में अवैध रूप से निर्मित एक मदरसे को ढहाने के बाद आठ फरवरी को इलाके में हिंसा भड़क गई थी. स्थानीय निवासियों ने नगर निगम के कर्मियों और पुलिस पर पथराव किया था और पेट्रोल बम फेंके थे जिसके कारण कई पुलिसकर्मियों को एक थाने में शरण लेनी पड़ी थी जिसे भीड़ ने बाद में आग के हवाले कर दिया था. पुलिस के अनुसार, इस हिंसा में छह लोगों की मौत हो गई और पुलिस एवं पत्रकारों सहित 100 से अधिक लोग घायल हुए हैं.