लखनऊ, एबीपी गंगा। साइबर अपराधों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। राजधानी में ठगों ने पांच लोगों के खातों से दो लाख 78 हजार रुपये उड़ा लिए। केजीएमयू से सेवानिवृत डॉ. पीके अग्रवाल सेक्टर बी अलीगंज में रहते हैं। जालसाजों ने पीके अग्रवाल के खाते से कई बार में एक लाख 79 हजार 687 रुपये पार कर दिए।


वहीं सचिवालय में समीक्षा अधिकारी मदन मोहन त्रिपाठी को फोन कर जालसाज ने खुद को बैंककर्मी बताया और झांसे में लेकर करीब 15 हजार रुपये निकाल लिए। यही नहीं मूलरूप से जौनपुर निवासी बीटेक छात्र आकिब जिया के खाते से 35 हजार, कानपुर रोड एलडीए कॉलोनी निवासी देवनाथ सिंह के खाते से 29 हजार और आलमबाग निवासी जसमीन के खाते से 20 हजार रुपये निकाल लिए। पीड़ितों ने एफआईआर दर्ज कराकर कार्रवाई की मांग की है।


12 लाख की जालसाजी


कृष्णानगर स्थित महिंद्रा रूरल हाउसिंग फाइनेंस कंपनी के प्रबंधक पुहद खान वारसी ने लोन लेकर 12 लाख रुपये हड़पने का आरोप लगाते हुए प्रवीण तिवारी, संजय, रजा आलम, सलीम और नसरीन समेत कई के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। आरोप है कि राजाजीपुरम सी ब्लॉक निवासी राम साहू ने अपनी पहचान छिपाकर प्लाट खरीदने के लिए 12 लाख 50 हजार रुपये कर्ज लिया था और किस्त नहीं चुकाई। आरोपी का वास्तविक नाम रजा आलम है। इस साजिश में कंपनी के पूर्व कर्मचारी भी शामिल थे।


शोरूम से पंद्रह हजार चोरी


सेक्टर 16 इंदिरानगर स्थित श्रीराम कृष्णा गैस सर्विस कंपनी के शोरूम से 15 हजार रुपये चोरी का मामला उजागर हुआ है। गाजीपुर थाने में पीके अवस्थी ने एफआइआर कराई है। चोर शोरूम में लगे सीसी कैमरे का डीवीआर भी साथ लेकर चले गए, जिससे पुलिस को उनकी रिकॉर्डिग नहीं मिल सकी है।