साइबर जालसाजों के झांसे में फंसे कई लोग, हजारों की ठगी के हुए शिकार
बताया जा रहा है कि एक ठग ने फेसबुक के जरिए खुद को स्कॉटलैंड की युवती बताकर पंकज से दोस्ती की थी। आरोपित ने अपना नाम केरोलीन ग्रे बताया था।
लखनऊ, एबीपी गंगा। लखनऊ के आशियाना निवासी पंकज नाम का शख्स साइबर जालसाजों के झांसे में फंस ठगी का शिकार बन गया। पंकज को झांसे में लेकर साइबर जालसाजों ने 65 हजार पांच सौ रुपये ठग लिए। बताया जा रहा है कि एक ठग ने फेसबुक के जरिए खुद को स्कॉटलैंड की युवती बताकर पंकज से दोस्ती की थी। आरोपित ने अपना नाम केरोलीन ग्रे बताया था।
पंकज के मुताबिक, महिला ने घुमने के बहाने भारत आने का झांसा दिया। जिसके बाद दिल्ली एयरपोर्ट पर फंसने की बात कहकर मदद के नाम पर खाते में रुपये मंगा लिए। युवक करीब एक माह से युवती से फेसबुक पर बात कर रहा था। एयरपोर्ट से एक महिला ने फोन कर खुद को सरकारी कर्मचारी बताया और कहा कि उसके दोस्त के कुछ कागजात पूरे नहीं है, जिसके कारण उसे रुपये जमा करने पड़ेंगे। महिला ने कहा कि केरोलीन के पास 65 हजार पांच सौ रुपये कम पड़ रहे हैं। झांसे में आकर युवक ने रुपये भेज दिए, जिसके बाद उससे और धनराशि की मांग की जाने लगी। ठगी का एहसास होने पर पीड़ित ने रिपोर्ट दर्ज कराई।
साइबर जालसाजी के और भी मामले आए सामने मेहंदीगंज निवासी अब्दुल रईस को फोनकर ठग ने खुद को बैंककर्मी बताया और खाते की जानकारी हासिल कर ली। इसके बाद अकाउंट से 61 हजार पार कर दिए। उधर, वृंदावन योजना सेक्टर छह निवासी सैन्यकर्मी मनोज कुमार के एटीएम का क्लोन बनाकर ठगों ने चार बार में 41 हजार निकाल लिए। मनोज की पत्नी ने कैंट थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। वहीं, इंदिरानगर के मानस एन्क्लेव निवासी विपिन चंद्र श्रीवास्तव के खाते से भी 30 हजार 526 रुपये और चिनहट के कंचनपुर मटियारी में रहने वाले सौरभ के कार्ड का क्लोन बनाकर उनके खाते से साढ़े पांच हजार और खरगापुर निवासी अनुज के खाते से 30 हजार पार कर दिए।