UP Assembly Election 2022: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव कोई विधायक, मंत्री या मुख्यमंत्री तय करने के लिए नहीं है, बल्कि यह अगले 20 वर्षों के लिए उत्तर प्रदेश की दिशा तय करने का चुनाव है. ग्रेटर नोएडा में 'प्रभावी मतदाता संवाद' को संबोधित करते हुए भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता शाह ने कानून व्यवस्था और कई मुद्दों को लेकर उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी की पूर्ववर्ती सरकारों की आलोचना की.


धारा 370 को लेकर साधा निशाना
गृहमंत्री ने जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटाने को लेकर कांग्रेस, सपा और बसपा के विरोध को लेकर भी उन पर निशाना साधा. शाह ने कहा कि उत्तर प्रदेश में पूर्ववर्ती सरकारों के दौरान माफिया राज था और खुले आम जबरन वसूली की जाती थी. उन्होंने कहा कि लेकिन योगी आदित्यनाथ सरकार के तहत पिछले पांच वर्षों में स्थिति बदल गई है. उन्होंने स्थानीय किसानों, व्यापारियों, पेशेवरों और शिक्षकों सहित गौतम बुद्ध नगर के मतदाताओं की भागीदारी वाले एक समूह से कहा, ''यह चुनाव कोई विधायक, मंत्री या मुख्यमंत्री तय करने का नहीं है. यह चुनाव अगले 20 वर्षों में उत्तर प्रदेश किस दिशा में जाएगा, यह तय करने का चुनाव है.''


खास समुदाय के माफिया के खिलाफ नहीं होती थी कार्रवाई- अमित शाह
शाह ने बसपा प्रमुख मायावती और सपा प्रमुख अखिलेश यादव का जिक्र करते हुए कहा, ''जब हम 20 वर्ष पीछे देखते हैं, बुआ-भतीजा की सरकारें थीं. माफिया राज था और इस कदर था कि कोई भी व्यक्ति राज्य में निवेश करने को तैयार नहीं था. खुलकर जबरन वसूली करने का युग था.'' उन्होंने पिछली गैर-बीजेपी सरकारों का जिक्र करते हुए आरोप लगाया कि माफिया तत्व यदि एक खास समुदाय से होते थे तो उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाती थी लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य में कानून व्यवस्था को ठीक किया.


मुजफ्फरनगर दंगों और राम मंदिर का जिक्र किया
शाह ने कहा, ''आज आजम खान जेल में हैं, अतीक अहमद जेल में हैं, मुख्तार अंसारी भी जेल में हैं. ''शाह, बीजेपी के दादरी से उम्मीदवार तेजपाल नागर के समर्थन में वोट मांगने के लिए ग्रेटर नोएडा में थे. इस सीट पर 10 फरवरी को चुनाव होना है. मुजफ्फरनगर दंगों और कैराना से पलायन का परोक्ष रूप से जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, ''मैं पश्चिमी उप्र गया था, जिसने 2012 से 2017 के बीच दंगों को झेला था. हजारों लोगों पर आरोप लगाये गये और जेल में डाल दिया गया था. पीड़ित आरोपी बना दिये गये और आरोपी पीड़ित बन गये. ''उन्होंने राम मंदिर के मुद्दे का जिक्र करते हुए कहा, ''अखिलेश बाबू, अब शिलान्यास हो चुका है और बहुत जल्द श्रीराम का वहां एक भव्य मंदिर होगा.''


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