आजमगढ़: दलित ग्राम प्रधान सत्यमेव जयते की हत्या के बाद उसके परिजनों से मिलने तरवां गांव जा रहे कांग्रेस के प्रतिनिधि मंडल को बृहस्पतिवार को पुलिस ने हिरासत में ले लिया. कांग्रेस की उत्तर प्रदेश इकाई के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू और राज्यसभा सदस्य पीएल पुनिया ने पुलिस-प्रशासन की इस कार्रवाई का विरोध करते हुए राज्य सरकार पर जमकर हमला बोला. लल्लू ने आरोप लगाया कि प्रदेश में अभिव्यक्ति की आजादी की आवाज दबाने और अघोषित आपातकाल लागू करने का काम हो रहा है. वही, राज्यसभा सांसद पीएल पुनिया ने कहा कि जनप्रतिनिधियों को नजरबंद कर सरकार, प्रशासन और पुलिस ने गलत काम किया है. हम इस मामले को संसद में उठाएंगे.


कांग्रेस नेताओं ने किया विरोध
कांग्रेस नेताओं को बृहस्पतिवार को सर्किट हाउस से तरवां जाते हुए हिरासत में लिया गया. कांग्रेस नेताओं ने इसका विरोध किया. इस दौरान लल्लू ने कहा कि प्रदेश सरकार तानाशाही रवैया अपनाए हुए है. दलित ग्राम प्रधान की हत्या हुई है और सरकार पुलिस के दम पर हमें रोकने में लगी है. उन्होंने कहा कि हमें रोकने के लिए जितनी पुलिस लगाई गई है यदि उतनी अपराधियों को रोकने के लिए लगाई गई होती तो शायद प्रदेश में अपराध रुक जाते.


संसद में उठाएंगे मामला
अजय कुमार लल्लू ने कहा कि पूरे इलाके को छावनी में तब्दील कर सरकार चुने हुए जनप्रतिनिधियों को दलित ग्राम प्रधान के परिजनों से मिलने से रोक रही है. साथ ही उन्होंने कहा कि वो तरवां जरूर जाएंगे चाहे परिणाम जो हो. राज्यसभा सदस्य पीएल पुनिया ने कहा कि चुने हुए जनप्रतिनिधियों को इस तरह से रोकना, नजरबंद किया जाना दुखद है. पुलिस के पास रोकने का कोई आदेश नहीं है. उन्होने कहा कि संसद का सत्र शुरू हो रहा है, हम इस मामले को जरूर उठाएंगे.


गौरतलब है कि तरवां थाना क्षेत्र के बांसगांव में 14 अगस्त की शाम को दलित ग्राम प्रधान सत्यमेव जयते उर्फ पप्पू राम की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी.


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