Kanpur Dehat Crime News: कानून का राज कायम होने की बात कहने वाले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री भले ही मंच से रामराज्य के होने की बात कहते रहे, लेकिन उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था दिन ब दिन बद से बदतर होती जा रही है. अपराधी लगातार वारदातों को अंजाम देते जा रहे हैं और पुलिस महज जांच की डफली बजा रही है. कानपुर देहात (Kanpur Dehat) के रूरा थाना क्षेत्र में एक युवक को गांव के ही दबंगों ने पुरानी रंजिश के चलते घर में घुसकर बेरहमी से मारा, जिसके बाद दलित युवक मरणासन्न स्थिति में पहुंच गया. दबंगों की मारपीट से गंभीर रूप से घायल युवक उपचार के दौरान अस्पताल में अपनी जान गंवा बैठा.


दलित युवक मुनेश को करते थे प्रताड़ित


कानपुर देहात के रूरा थाना क्षेत्र के गहोबा गांव के रहने वाले मुनेश का अपने गांव में कुछ सशक्त लोगों से विवाद चल रहा था. सूत्रों की माने तो मुनेश का विवाद उसकी जाति के चलते उसे झेलना पड़ रहा था. मुनेश दरअसल, दलित समुदाय से ताल्लुक रखता है. मुनेश के परिवार को लगातार गांव के ऊंचे वर्ग के लोग प्रताड़ित करते थे और आए दिन कोई न कोई ताना दिया करते थे, जिसको चलते मुनेश का कई बार गांव के रहने वाले दबंगों से विवाद भी हुआ. विवाद इतना कि, कई बार नौबत चौकी थाने की आ गई. मृतक के परिवार की माने तो गांव के ही रहने वाले करीब 10 से 12 दबंग परिवारों के लोग उन्हें आए दिन परेशान करते थे और उन पर अनैतिक रूप से दबाव भी बनाते थे. जिसका विरोध मनीष ने कई बार किया, लेकिन हर बार दबंगों के आगे मुनेश को झुकना पड़ा. पैसे और रुतबे के आगे पुलिस भी इन दबंगों के सामने नतमस्तक दिख रही थी. पिछले 2 वर्षों से मुनेश और इन दबंगों के बीच में कोई न कोई विवाद हुआ करता था, लेकिन मुनेश को इस बात का अंदाजा नहीं था कि, उनका यह विवाद उसकी जान भी ले सकता है. 


घरवालों को भी बेरहमी से पीटा


गांव के रहने वाले इन दबंगों ने योजनाबद्ध तरीके से पहले गुट बनाया और फिर मुनेश के घर में धावा बोल दिया. दबंगों ने पूरे घर को बेरहमी से पीटा. दबंगों की बर्बरता को देखकर ग्रामीणों में सनसनी फैल गई, लोग तमाशबीन बने रहे और दबंग लगातार मुनेश और मनीष के परिवार पर अपना कहर बरपाते रहे. दबंगों ने पुरानी रंजिश के चलते दलित युवक को इतनी बेरहमी से मारा पीटा की बर्बरता की हद पार हो गई. दबंगों की मार से दलित युवक मरणासन्न अवस्था में पहुंच गया. परिवार के लाभ गुहार लगाने के बाद भी पुलिस ने मुकदमा दर्ज नहीं किया. तब जाकर परिजनों ने आला अधिकारियों से गुहार लगाई और आनन-फानन में मुनेश को अस्पताल पहुंचाया गया. जहां उपचार के दौरान मुनेश की एक दिन बाद मौत हो गई.


एक दर्जन लोगों पर केस दर्ज 


मौत की खबर सुनते ही मीडिया के हस्तक्षेप के बाद पुलिस हरकत में आ गई और सारा अमला रूरा थाना के महोबा गांव में पहुंच गया. पुलिस ने इस घटना की जानकारी कर आनन-फानन में करीब एक दर्जन लोगों पर मुकदमा लिख दिया, जिसमें से चार युवक को दबिश देकर पुलिस ने अपनी हिरासत में ले लिया और बाकी के दबंग फरार चल रहे हैं.


मृतक के पिता ने लगाया आरोप 


मृतक के पिता का कहना है कि, पिछले दो वर्षों से गांव के रहने वाले यह रसूखदार लोग उन्हें कभी जातिसूचक बातों से परेशान करते थे, तो कभी बेवजह के विवादों को खड़ा कर देते थे, जिसके चलते पीड़ित परिवार काफी लंबे समय से इन दबंगों से परेशान था. पीड़ित ने कई बार पुलिस से शिकायत भी करें लेकिन पीड़ित का कहना है कि, पुलिस ने हर बार उसके साथ सही बर्ताव नहीं किया, पीड़ित का यह भी कहना है कि विवाद के चलते अगर पुलिस सही समय पर कार्रवाई कर देती और उनके बेटे को सही उपचार मिल जाता तो शायद मुनेश आज जिंदा होता.


एडिशनल एसपी का बयान 


कानपुर देहात पुलिस के आला अधिकारी इस पूरे मामले में सख्त रुख अपनाने का दावा कर रहे हैं और इस पूरे प्रकरण में नामजद आरोपियों को गिरफ्तार करने और उन्हें सलाखों के पीछे पहुंचाने की बात भी बोल रहे हैं. कानपुर देहात के एडिशनल एसपी केशव कुमार चौधरी की माने तो, इस पूरे मामले में उन्होंने 12 लोगों के खिलाफ मुकदमे में नाम दर्ज किया है जिसमें से चार अभियुक्तों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है और बाकी अज्ञात फरार चल रहे हैं. पुलिस का कहना है कि, वह बहुत जल्द बाकी नामजद अभियुक्तों को भी गिरफ्त में ले लेंगे.



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