Kanpur News: कानपुर को उत्तर प्रदेश की औद्योगिक राजधानी के नाम से जाना जाता है लेकिन यहां पर कई ऐसी औद्योगिक इकाइयां है जो तमाम नियमों को ताक पर रखकर प्रशासन को अंगूठा दिखाती नजर आ रही हैं. कानपुर देहात के रनिया औद्योगिक क्षेत्र के चिराना गांव में स्पेक्ट्रो केमिकल फैक्ट्री के नाम से संचालित हो रही केमिकल फैक्ट्री से खतरनाक केमिकल निकल रहा है. ये इतना खतरनाक है कि इसकी वजह से किसानों की फसल खराब हो रही है. यही नहीं इसके संपर्क में आने पर चमड़ी तेजाब की तरह जलने लगती है.


फैक्ट्री से निकल रहा है तेजाबी पानी


गांववालों का कहना है कि इस फैक्ट्री से केमिकल नालियों के जरिए बहाया जा रहा है. कुछ हानिकारक केमिकल रात के अंधेरे में आसपास के खेतों में फेंक दिया जाता है, जिससे उनकी फसल भी खराब हो रही है. उनका कहना है कि अगर इसके संपर्क में कोई जानवर या इंसान आ जाता है तो उसकी चमड़ी मानो तेजाब की तीव्रता के साथ जलने लगती है. यही नहीं इसका असर गांव की भूतल जल पर भी पड़ रहा है. यहां का पानी इतना खराब हो चुका है पीने के लायक भी नहीं बचा है. 


पीने का पानी भी हुआ जहरीला


फैक्ट्री से निकल रहे केमिकल की वजह से यहां का पानी भी रसायनिक हो गया है. इस गांव के हर हैंडपंप से निकलने वाला पानी का टीडीएस 995 तक पहुंच गया है. जिसके चलते यहां के ग्रामीणों को दूसरी जगह के वाटर प्लांट से पीने के पानी की व्यवस्था करनी पड़ी है. इस गांव में बाहर से बड़ी-बड़ी टंकियों में पीने का पानी मंगाया जाता है और उसकी सप्लाई हर घर में की जाती है. इस हानिकारक तेजाब के चलते लोगों को पीने का पानी खरीदना पड़ रहा है.


नियमों को ताक पर रखकर बहाया जा रहा है केमिकल


स्पेक्ट्रो केमिकल फैक्ट्री केमिकल उत्पाद के लिए जानी जाती है. मजदूरों का कहना है कि यहां पर जिस केमिकल को बनाया जाता है वो तेजाब की मदद के नहीं बन सकता है. यहां से निकलने वाला हानिकारक केमिकल तालाबों तक पहुंचता है ऐसे में अगर कोई जानवर इसे पी लेता है तो उसे नुकसान पहुंच सकता है. किसी भी फैक्ट्री इकाई को लगाने के दौरान नियमों के मुताबिक उसकी डैनेज व्यवस्था भी की जाती है लेकिन यहां की तमाम फैक्ट्रियों में ऐसा नहीं है. अधिकारियों की सांठ-गांठ से फैक्ट्री मालिक ड्रेनेज को आसपास के खेतों के नालों में ही बहा देते हैं. 


फैक्ट्री मालिक ने गांववालों पर ही लगाया आरोप


इस बारे में जब स्पेक्ट्रो फैक्ट्री मालिक केके जैन से बात करने की गई तो उन्होंने कहा कि "हमारी फैक्ट्री में ऐसा कुछ भी नहीं होता है. गांव के कुछ लोग पैसों के लालच में इस तरह का दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं" वहीं कानपुर देहात के जिला अधिकारी जीतेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि उन्हें इस बात की शिकायत मिली है, जिसके बाद उन्होंने इस फैक्ट्री का निरीक्षण कराया गया है. जो भी निरीक्षण में समस्या पाई गई है उसकी जानकारी उच्चाधिकारियों को दी गई है.


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