UP Politics: योगी के मंत्री दानिश आजाद अंसारी का दावा- सपा नेताओं को अखरता है मुस्लिम नौजवानों का आगे बढ़ना
Danish Azad Ansari News: दानिश आजाद अंसारी ने कहा, ''सपा को समाज की चिंता होती तो तरक्की व नौजवानों के उत्थान के मसले पर सवाल करते, सपा नहीं चाहती है कि अल्पसंख्यक समाज आगे बढ़े.''
Ballia News: उत्तर प्रदेश के अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री दानिश आजाद अंसारी (Danish Azad Ansari) ने शुक्रवार को समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) पर निशाना साधते हुए कहा कि मुस्लिम नौजवानों का आगे बढ़ना सपा के नेताओं को अखरता है और उन्हें बहुत तकलीफ होती है. उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व की भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सरकार के इकलौते मुस्लिम मंत्री दानिश आजाद अंसारी ने आरोप लगाया कि मुस्लिम नौजवानों का आगे बढ़ना सपा के नेताओं को अखरता है व उन्हें बहुत तकलीफ होती है.
अंसारी ने मुस्लिम समाज के नौजवानों से समाज के विकास में योगदान देने का आह्वान करते हुए कहा कि आज जरूरत है कि नौजवान पूरी संजीदगी व मुस्तैदी के साथ समाज के विकास व निर्माण में अपनी भूमिका निभायें. राज्य मंत्री ने कहा कि आज नौजवान शिक्षित, सशक्त व सक्षम है. अंसारी ने योगी के प्रति कृतज्ञता जाहिर करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समाज के उत्थान के लिए उन्हें अपने मंत्रिपरिषद में स्थान दिया है और वह पूरी ईमानदारी से जनता की सेवा करेंगे.
सपा के नेता केवल थाने की दलाली पर ही निर्भर रहते हैं- अंसारी
दानिश आजाद अंसारी ने इसके साथ ही कहा कि ''सपा के नेता केवल थाने की दलाली पर ही निर्भर रहते हैं और उन्हें यदि समाज की चिंता होती तो समाज की तरक्की व नौजवानों के उत्थान के मसले पर सवाल करते, सपा नहीं चाहती है कि अल्पसंख्यक समाज आगे बढ़े.''
इससे पहले दानिश आजाद अंसारी ने कहा था कि समाजवादी पार्टी और अखिलेश यादव को यह समझना चाहिए कि जनता क्या चाहती है और क्या समझती है. जनता यह जानती है कि अगर पिछड़े, दलित, अल्पसंख्यक समाज का कोई सच्चा हितैषी है तो वह भारतीय जनता पार्टी है. उन्होंने कहा कि 2017 के बाद से हर योजना का सीधा लाभ पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक समाज के लोगों को मिला. योजनाओं का लाभ लेकर यह समाज विकास की ओर बढ़ रहा है और यह सपा को हजम नहीं हो रहा है. वे जिनको अपना वोट बैंक समझकर विकास से दूर रखते थे वे आज विकास की तरफ बढ़ रहे हैं इसलिए यह उन्हें हजम नहीं हो रहा है. वे अपना खिसकता हुआ वोट बैंक देख नहीं पा रहे हैं.