Dankaur News: जनपद गौतमबुद्ध नगर में थाना दनकौर क्षेत्र के रोशनपुर गांव की रहने वाली दलित महिला की शिकायत पर तत्कालीन एसडीएम सदर और वर्तमान में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के ओएसडी रजनीकांत, तहसीलदार अखिलेश सिंह व विनय भदौरिया समेत आठ लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है. आरोप है कि जातिगत रंजिश रखते हुए अधिकारियों ने महिला का नाम मतदाता सूची से हटा दिया था.


जातिगत रंजिश की वजह से काटा नाम


रोशनपुर गांव की निवासी हेमलता का कहना है कि वह रोशनपुर गांव की मूल निवासी है और जीवित है. साथ ही विगत वर्षों से अपने मतदान के अधिकार का उपयोग भी करती चली आ रही थी, फिर भी मतदाता सूची से उसका नाम हटा दिया गया. आरोप है कि पीड़िता से जातिगत रंजिश रखते हुए अधिकारियों ने उसका नाम मतदाता सूची से हटा दिया. संवैधानिक अधिकार के लिए महिला ने अदालत की शरण ली.


अपर पुलिस उपायुक्त (जोन तृतीय) दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि अदालत के आदेश पर थाना दनकौर पुलिस ने धोखाधड़ी समेत कई अन्य धारा में रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है. साक्ष्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी. इस बाबत आरोपी ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के ओएसडी तथा तत्कालीन एसडीएम रजनीकांत ने बताया कि महिला के फोटो का प्रयोग दो मतदाता पहचान पत्र में किया गया था, जिसके चलते मतदाता सूची से उसका नाम काटा गया था.


2022 के चुनावों के दौरान कटा था महिला का नाम


रोशनपुर गांव की रहने वाली हेमलता ने बताया कि वह दलित समुदाय से ताल्लुक रखती है. साल 2022 में हुए उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर अधिकारियों ने मतदाता सूची तैयार की थी. लेकिन जातिगत रंजिश के कारण अधिकारियों ने उसका नाम मतदाता सूची से काट दिया. जिसके बाद अब आठ लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है और पुलिस इस मामले में जाच कर रही है.


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