UP News: उत्तर प्रदेश में बीते कुछ राजनीति का पारा हाई है. पहले सुभासपा और बीजेपी (BJP) के बीच गठबंधन से सियासी हलचल बढ़ थी. इसके बाद समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के घोसी (Ghosi) से विधायक दारा सिंह चौहान (Dara Singh Chauhan) ने पार्टी से इस्तीफा देकर हलचलों को और हवा दे दी. उन्होंने इसके बाद बीजेपी का दामन थाम लिया.


बीजेपी में शामिल होने के बाद अब सूत्रों की मानें तो दारा सिंह चौहान को योगी कैबिनेट में शामिल किया जा सकता है. हालांकि अभी इसकी संभावना काफी कम नजर आती है. इसके पीछे दो बड़ी वजह है. दारा सिंह चौहान अभी विधानसभा या परिषद दोनों में किसी के सदस्य नहीं हैं. जबकि बीजेपी से अभी दारा सिंह चौहान को विधान परिषद भी नहीं भेजा जा सकता है. इसकी वजह है कि पांच मई 2024 से पहले इस सदन की कोई सीट खाली नहीं होगी. 


UP Flood: यूपी के दस जिलों में बाढ़ से हाहाकार, 396 गांव हुए पानी-पानी, 38,378 लोग प्रभावित, 7 की मौत


ये भी है विकल्प
अब घोषी उपचुनाव के लिए दारा सिंह चौहान की दावेदारी जरूर बनती है लेकिन अभी उपचुनाव होने के बाद भी बीजेपी किसे उम्मीदवार बनाती है और कौन चुनाव जीतता है ये इसपर निर्भर करेगा. हालांकि मऊ जिले की घोसी विधानसभा सीट पर जल्द उपचुनाव कराए जाने का एलान किसी भी दिन हो सकता है क्योंकि विधानसभा सचिवालय की ओर से मंगलवार को घोसी सीट रिक्त होने की सूचना भारत निर्वाचन आयोग को भेज दी गई है. 


इसके बाद तीसरा और अंतिम विकल्प लोकसभा चुनाव विकल्प है. घोसी उपचुनाव में दारा सिंह चौहान को उम्मीदवार नहीं बनाया जाता है तो पार्टी इन्हें लोकसभा चुनाव में अपना उम्मीदवार बना सकती है. गौरतलब है कि सपा से इस्तीफा देने वाले दारा सिंह चौहान ने विधानसभा अध्‍यक्ष सतीश महाना के कार्यालय में जाकर उन्हें सदन की सदस्यता से अपना इस्तीफा सौंपा. बता दें कि चौहान ने 2022 के विधानसभा चुनाव के दौरान योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली बीजेपी सरकार में वन मंत्री पद से इस्तीफा देकर सपा की सदस्यता ग्रहण कर ली थी.