UP: गोरखपुर पहुंची हमसफर और वैशाली एक्सप्रेस, यात्रियों के चेहरे पर दिखा खौफ, बयां किया हाल
UP News: आग का शिकार हुई दोनों ट्रेनें भी यात्रियों से खचाखर भरी गोरखपुर स्टेशन पहुंची. सुबह को आनेवाली वैशाली सुपरफास्ट एक्सप्रेस शाम को आई. यात्री इटावा की घटना को याद कर सहमे नजर आए.
Gorakhpur News: छठ महापर्व (Chhath Puja 2023) से पहले इटावा (Etawah) में 12 घंटों के दौरान दो ट्रेन हादसों ने यात्रियों को खौफजदा कर दिया है. नई दिल्ली से दरभंगा जा रही हमसफर एक्सप्रेस (Darbhanga Express) के बाद आज सुबह तड़के वैशाली सुपरफास्ट एक्सप्रेस (Vaishali Superfast Express) की एक बोगी में भी आग लग गई. वैशाली सुपरफास्ट एक्सप्रेस दिल्ली से सहरसा जा रही थी. गोरखपुर से होकर गुजरने वाली बिहार की दो ट्रेनों के यात्रियों पर खौफ साफ दिखा. प्लेटफॉर्म नंबर दो पर 12554 वैशाली सुपरफास्ट एक्सप्रेस शाम को 4.30 बजे देर से पहुंची. महज 5 मिनट तक रुकी ट्रेन की सारी बोगियां खचाखच भरी हुई थीं.
दो ट्रेन हादसों से यात्रियों में दहशत
डी-2 और डी-3 कोच के टॉयलेट में सफर कर रहे यात्री महेश का दर्द छलक उठा. उन्होंने बताया कि वॉश रूम में जाने की भी जगह नहीं बची है. टॉयलेट में 8 से 9 लोग जानवरों की तरह सफर करने को मजबूर हैं. महेश बताते हैं कि घर पर छठ मनाने दिल्ली से बिहार जा रहे हैं. एक अन्य यात्री धर्मेन्द्र ने बताया कि वैशाली सुपरफास्ट एक्सप्रेस की एस-6 कोच में आग लगी थी. दिल्ली से बिहार जा रही नंदिनी बताती हैं कि आग लगने से दहशत और डर में सफर करना पड़ रहा है. राजन बताते हैं कि छठ की वजह से काफी भीड़ है. शौचालय में भी लोगों को सफर करना पड़ रहा है. वैशाली एक्सप्रेस के यात्री राम दिल्ली से बरौनी छठ मनाने जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि कोच में बैठने की जगह नहीं मिल पाई है.
भीड़ में भी सफर करने को मजबूर
डी-3 कोच के छोटे से बाथरूम में करीब 7 लोग बैठे हैं. आग लगने की वजह से डर भी लग रहा है. सुनील दिल्ली से बिहार जा रहे हैं. उन्होंने आग लगने से काफी दहशत में होने की बात कही. सहरसा जा रहे सुभान अली ने बताया कि भीड़ में काफी डर लग रहा है. इटावा में आग का शिकार हुई पहली ट्रेन दिल्ली-दरभंगा हमसफर वैशाली एक्सप्रेस के पहले गोरखपुर पहुंची. आग लगने के बाद यात्रियों ने इमरजेंसी विंडो से निकलकर जान बचाई. एक परिवार के सात सदस्य गोरखपुर रेलवे स्टेशन पर पूरी तरह से बदहवास दिखे. उनका सामान पूरी तरह से आग में स्वाहा हो गया था. परिवार की महिला कंचन और रवि कुमार भी बदहवास दिखे. उन्होंने इमरजेंसी विंडो से निकलकर परिवार के साथ अन्य लोगों की भी जान बचाई. उनके परिवार ने चेनपुलिंग कर ट्रेन को रोका था.