गाजियाबाद: गाजियाबाद के डासना देवी मंदिर के महंत हमेशा विवादों में रहते हैं. उन्होंने मंदिर के मुख्य द्वार पर लिखा हुआ है, कि मंदिर के अंदर मुस्लिमों का प्रवेश वर्जित है. जिस जगह डासना मंदिर है वहां चारों तरफ मुस्लिमों की काफी आबादी है. उसके बावजूद महंत मुस्लिमों के खिलाफ आग उगलते रहते हैं. इस वजह से कई बार महंत के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज हो चुकी है. महंत नरसिंहानंद सरस्वती साफ कहते हैं कि मैं सिर्फ हिंदुत्व के लिये जीता हूं, यूट्यूब पर भी महंत के खिलाफ ऐसी तमाम वीडियो है जिसमे महंत की हत्या का जिक्र है. अभी कुछ दिन पहले ही कानपुर में महंत के होर्डिंग लगाए गये थे, जिसमे महंत का  सर अलग और धड़ अलग था, महंत काफी समय से निशाने पर हैं, लेकिन आतंकी संगठन के सामने आने के बाद, अब महंत की सुरक्षा की जिम्मेदारी गाजियाबाद प्रसासन की बन जाती है.


जैश का आतंकी गिरफ्तार


गाजियाबाद के डासना मंदिर के महंत नरसिहानंद की हत्या की फिराक में जैश का आतंकी था. दिल्ली पुलिस ने इसे गिरफ्तार कर लिया है. इसी मामले पर हमने मंदिर के महंत से बात की. साधु के वेश में मारने की कोशिश की जा रही थी. आखिर जैश के आतंकी क्यों महंत की हत्या करना चाहते हैं. महंत ने बताया कि मैं हमेशा इन जिहादियों की सच्चाई समय समय पर सबके सामने लाता हूँ. इस वजह से वह हमेशा मेरी हत्या की साजिश रचते हैं. 


मुसलमानों को लेकर दे चुके हैं विवादित बयान


मैंने कई बार मुस्लिमों की संख्या के बारे में भी कई बार आवाज बुलंद की है , इसको लेकर भी मैं बात उठाता हूं. सुरक्षा व्यवस्था को लेकर महंत ने सवाल उठाए. उन्होंने बताया कि, सरकार ने मेरे लिए सिर्फ एक अंगरक्षक दिया है.  जो मंदिर के बाहर सुरक्षा है, वह मंदिर की सुरक्षा के लिए है, मुझे तो धर्म प्रचार के लिए जाना होता है.


इससे पहले भी कमलेश तिवारी की हत्या कर दी गयी थी. इन जेहादी द्वारा अब मेरी हत्या की फिराक में है. पहले उन्होंने अपना बलिदान दिया अब मैं अपना बलिदान दे दूंगा. बेशक किसी साधु की हत्या हो जाए मेरी हत्या हो जाए, मैं डरने वाला नहीं हूं.


पाक आतंकियों से मिला था डार


गिरफ़्तार आतंकी दिसंबर 2020 में पाकिस्तानी आतंकी से मिला था. स्पेशल सेल के सूत्रों के मुताबिक आरोपी जॉन मोहम्मद डार दिसंबर 2020 में पुलवामा में पाकिस्तानी आतंकी से पहली मुलाकात हुई. आबिद ने जॉन उर्फ जहाँगीर  को अपने साथ आने और काम करने के लिए मोटिवेट किया. इतना ही नहीं आबिद  अप्रैल के आखिरी सप्ताह में जॉन को अनंतनाग इलाके बुलाया था. महंत नरसिंहानंद सरस्वती का वीडियो भी दिखाया था और हत्याकांड को अंजाम देने के लिए ट्रेनिग भी दी थी. गिरफ्तार आतंकी के पास से पुलिस ने पिस्टल, दो मैगजीन, 15 कारतूस भगवा रंग का कुर्ता, कलावा पूजा में इस्तेमाल होने वाला टीका और साधुओं के पहनने वाले कपड़े अन्य सामान बरामद किये हैं. 


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