Greater Noida News: हमारी सोसाइटी में आज भी लोग बेटियों से ज्यादा बेटों की चाह रखते हैं, और यही वजह है कि ग्रेटर नोएडा के सूरजपुर थाना क्षेत्र में रहने वाले प्राधिकरण कर्मचारी के चार बेटियां हुईं, लेकिन बेटा ना होने की वजह से उन्होंने अपनी सबसे बड़ी बेटी को बेटे की तरह पूरे लाड़ प्यार से पाला. बेटी जींस पहनती शर्ट पैंट ब्वॉय कट बाल रखती और परिवार उसके इस स्टाइल को देख कर खुश भी होता. लेकिन जैसे-जैसे बेटी बड़ी होती गई, परिवार को उसके बेटे बनने का तौर तरीका बुरा लगने लगा और यही वजह है की मां से लेकर पिता तक सभी उसे बेटी की तरह रहने को कहने लगे.


नाराज होकर बेटी ने छोड़ दिया घर 


और यही बात बेटी को इतनी बुरी लगी कि, उसने 6 अगस्त को घर ही छोड़ दिया, और सोशल मीडिया के जरिए ट्रांसजेंडर संगठन से संपर्क होने के बाद उन्हीं के साथ रहने लगी. जब बेटी रात तक घर वापस नहीं आई तो परिवार ने उसकी खोजबीन शुरू कर दी, लेकिन उसी दौरान परिवार के पास एक फोन आया जिसमें यह कहा गया कि, उनकी बेटी एक ट्रांसजेंडर के पास है और उनकी बेटी पूरी तरह से सुरक्षित है. 


इस फोन के आने के बाद परिवार ने दिल्ली पुलिस से संपर्क साधा और दिल्ली पुलिस के साथ जाकर उस ट्रांसजेंडर संगठन से संपर्क किया, लेकिन जब परिवार की मुलाकात बेटी से हुई तो बेटी ने घर आने से मना कर दिया और इसके पीछे वजह थी उसे बेटा बनकर ही रहना था. हालांकि, परिवार की लाख मिन्नतों के बाद बेटी इस शर्त पर घर आने को तैयार हुई कि, वह बेटे की तरह ही रहेगी उसके तौर तरीके से किसी को कोई दिक्कत नहीं होगी. 


घर वापस आई बेटी 


पूरे परिवार ने इस बात पर सहमति जताई कि, जिसके बाद बेटी घर वापस आई और अब बेटी बेटी की तरह नहीं बल्कि बेटे की तरह घर में रह रही है, वहीं ब्वॉय कटिंग बाल वही जींस और शर्ट और स्टाइल भी किसी बेटे से कम नहीं. परिवार की माने तो, उन्होंने शुरू से ही अपनी बड़ी बेटी को बेटे की तरह पाला था और शायद आज उनकी बेटी अपने आप को किसी बेटे से कम नहीं समझती.


पिता ने कहा, उन्हें कोई दिक्कत नहीं


एबीपी गंगा से खास बातचीत के दौरान पिता ने कहा कि, उनके कोई बेटा नहीं है, ऐसे में अगर उनकी बेटी, बेटा बनकर रहना चाहती है तो उन्हें कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन समाज और परिवार को देखते हुए उन्होंने अपनी बेटी पर दबाव जरूर डाला था. वह बेटे की तरह नहीं बल्कि एक बेटी की तरह रहे. लेकिन शायद यह बात उनकी बेटी को काफी ज्यादा बुरी लगी जिससे वह घर छोड़कर चली गई थी, लेकिन अब सब कुछ ठीक है बेटी भी खुश है और परिवार भी. 


क्योंकि, पिता का मानना है बेटी बेटे से कम नहीं होती और यह समाज को भी सोचना चाहिए कि, बेटी के पहनावे से जब मां-बाप को दिक्कत नहीं होती तो उसे भी दिक्कत नहीं होनी चाहिए. क्योंकि आज के दौर में बेटी और बेटे में कोई फर्क नहीं है. ऐसे में उनकी बेटी अगर ब्वॉय कट बाल रखकर जींस और शर्ट पहन कर घूमती है तो इसमें किसी को कोई एतराज नहीं होना चाहिए. 


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