UP Politics: कौन होगा सीएम योगी और अखिलेश यादव का उत्तराधिकारी? मंत्री दयाशंकर सिंह ने कर दी घोषणा
UP News: यूपी सरकार में मंत्री दयाशंकर सिंह ने सीएम योगी आदित्यनाथ और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को लेकर बड़ा दावा किया और उनके उत्तराधिकारी का एलान कर दिया है.
Yogi Adityanath News: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह (Daya Shankar Singh) ने एक ऐसा बयान दिया है जिसकी वजह से वो चर्चा में आ गए हैं. बीते दिन दयाशंकर सिंह बलिया जनपद पहुंचे थे, जहां उन्होंने एक कार्यक्रम में हिस्सा लिया. इस दौरान उन्होंने सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के उत्तराधिकारी का जिक्र कर दिया.
उन्होंने बताया कि आखिर सीएम योगी के बाद उनका उत्तराधिकारी कौन होगा. यही नहीं उन्होंने सपा के दिवंगत नेता मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) की विरासत को संभालने वाले का भी नाम बताया. पर्यटन मंत्री दयाशंकर सिंह बलिया में जिला स्थापना दिवस कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे. इस कार्यक्रम में गोरखपुर से बीजेपी के सांसद रवि किशन और आजमगढ़ से बीजेपी सांसद दिनेश लाल यादव निरहुआ भी शामिल हुए थे. इस दौरान सभा को संबोधित करते हुए दयाशंकर सिंह ने बड़ा दावा कर डाला.
सीएम योगी का उत्तराधिकारी कौन होगा?
मंत्री दयाशंकर सिंह ने मंच से रवि किशन और दिनेश लाल निरहुआ का स्वागत करते हुए कहा कि यूपी में बुलडोजर बाबा के उत्तराधिकारी बीजेपी सांसद रविकिशन हैं. वो (सीएम योगी आदित्यनाथ) पांच बार गोरखपुर से सांसद रहे और उनके बाद अपना उत्तराधिकारी रवि किशन जी को बनाया है और दिनेश लाल निरहुआ जी भी ऐसे व्यक्ति के उत्तराधिकारी हैं, जिनका देश की राजनीति में बहुत बड़ा कद है. अपने प्रदेश के तीन-तीन बार सीएम रहे मुलायम सिंह यादव जी उनके उत्तराधिकारी के रूप में आजमगढ़ से सांसद हैं.
जीरो टॉलरेंस की नीति पर चल रहे सीएम
सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपने काम करने के तरीके और शैली से देश की राजनीति में एक अलग स्थान बनाया है. अपराध के प्रति उनकी जीरो टॉलरेंस की नीति के चलते यूपी के लोग उन्हें काफी पसंद करते हैं. यही नहीं आज देश के कई राज्यों में सीएम योगी जैसे नेता की मांग उठती है. कई बार तो लोग ये भी कहते हैं कि उन्हें अपने राज्य में भी योगी जैसा ही मुख्यमंत्री चाहिए, वहीं अखिलेश यादव भी अपने पिता मुलायम सिंह यादव की विरासत को संभाले हुए हैं. यही वजह है कि मंत्री दयाशंकर का बयान अब सुर्खियों में आ गया है.