डीडीयू ने सभी यूजी और पीजी पाठ्यक्रमों को सेमेस्टर प्रणाली में किया स्थानांतरित, राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत फैसला
UP News: डीडीयू गोरखपुर में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत अनुरूप सभी स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों को सीबीसीएस सेमेस्टर प्रणाली में स्थानांतरित कर दिया है. इससे छात्रों को लाभ को मिलेगा.
Gorakhpur News: दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय ने सफलतापूर्वक राष्ट्रीय शिक्षा नीति (National Education Policy) 2020 के अनुरूप सभी स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों को सीबीसीएस सेमेस्टर प्रणाली में स्थानांतरित कर दिया है. ये बदलाव विश्वविद्यालय में शिक्षा के लचीलेपन और गुणवत्ता को बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. नई सीबीसीएस सेमेस्टर प्रणाली के तहत, विद्यार्थियों को प्रत्येक सेमेस्टर में एक निश्चित संख्या में क्रेडिट पूरा करना आवश्यक है. विद्यार्थियों को अगले सेमेस्टर में पदोन्नत किया जाता है, भले ही उन्होंने पिछले सेमेस्टर के क्रेडिट पूरे न किए हो.
कुलपति प्रो. पूनम टंडन ने बताया कि विद्यार्थी को बाद के सेमेस्टर में इन क्रेडिट को पूरा करने का अवसर दिया जाता है. यह दृष्टिकोण सुनिश्चित करता है कि छात्र बिना किसी रुकावट के अपनी शिक्षा जारी रख सकते हैं, भले ही उन्हें समय पर क्रेडिट पूरा करने में चुनौतियों का सामना करना पड़े. नई सीबीसीएस सेमेस्टर व्यवस्था के अंतर्गत प्रत्येक सेमेस्टर की मार्कशीट को ऑनलाइन उपलब्ध कराया गया हैं. सभी सेमेस्टर के लिए अंतिम मार्कशीट छात्रों को तभी जारी की जाती है, जब विद्यार्थी ने पूरा कार्यक्रम पूर्ण करने के साथ प्रत्येक सेमेस्टर के लिए आवश्यक क्रेडिट प्राप्त कर लिए हों.
छात्रों को दिया जाएगा अतिरिक्त अवसर
कुछ मामलों में जहां छात्र अंतिम सेमेस्टर पूरा करने के बाद भी क्रेडिट पूरा नहीं कर पाते हैं, उन्हें क्रेडिट पूरा करने और अपनी डिग्री पास करने के लिए अतिरिक्त अवसर दिए जाते हैं. यह प्रणाली छात्र-हितैषी होने के लिए बनाई गई है और इसमें छात्रों के हितों को प्राथमिकता दी गई है. जिन छात्रों को मध्य सेमेस्टर के लिए सत्यापित मार्कशीट की आवश्यकता होती है, उन्हें अनुरोध करने पर ये प्रदान की जाती हैं. परीक्षा और मार्कशीट जारी करने की वर्तमान प्रणाली पिछली वार्षिक प्रणाली से काफी अलग है, जो कम लचीली थी. नई प्रणाली में कई प्रवेश और निकास विकल्प भी शामिल हैं, जो छात्रों की विविध आवश्यकताओं के लिए इसकी अनुकूलता को और बढ़ाते हैं. विश्वविद्यालय में किसी भी विद्यार्थी की अंतिम मार्कशीट पेंडिंग नहीं है.
कुलपति प्रो. पूनम टंडन ने नई प्रणाली के लिए अपना उत्साह व्यक्त करते हुए कहा कि गोरखपुर विश्वविद्यालय में सेमेस्टर प्रणाली और राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को अपनाना गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने की हमारी प्रतिबद्धता में एक मील का पत्थर है. यह व्यवस्था लचीली और छात्र-केंद्रित दोनों है. हम अपने छात्रों को उनकी शैक्षणिक यात्रा में समर्थन देने और यह सुनिश्चित करने के लिए समर्पित हैं कि उन्हें सफलता हासिल करने का हर अवसर प्राप्त हो.
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