अयोध्या: रामनगरी अयोध्या में चौथे दीपोत्सव की धूम मची हुई है और ऐसे में पूरी अयोध्या दुल्हन की तरीह सजकर तैयार है. शुक्रवार को सीएम योगी आदित्यनाथ अयोध्या में होंगे. ये पहली बार ऐसा दीपउत्सव होगा जिसमें 500 वर्षों बाद रामलला के परिसर में दीपावली के मौके पर बड़ी संख्या में दीप प्रज्वलित किए जाएंगे. ऐसे में अयोध्या में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है. जिला प्रशासन कोविड-19 को देखते हुए तमाम एहतिहात भी बरत रहा है. कोविड-19 के प्रोटोकॉल के मद्देनजर पूरे दीपोत्सव के कार्यक्रम को एक दिन तक सीमित किया गया है. अब मुख्य कार्यक्रम केवल 13 नवंबर को होगा और साथ ही इस कार्यक्रम में केवल वालंटियर, आमंत्रित मेहमान और विशिष्ट अतिथि शामिल होंगे.
कोविड से बचाव के उपाय
सूत्रों के हवाले से खबर है कि दीपोत्सव कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल मौजूद रहेंगी. ऐसे में अब जिला प्रशासन ने पूरे शहर को कोरोना मुक्त करने के लिए जगह-जगह सैनिटाइजेशन का कार्य करवा रहा है. इस काम में नगर निगम के 20 कर्मचारी कार्यक्रम स्थल पर मौजूद हैं. इन कर्मचारियों की ड्यूटी 12-12 घंटों की है और हर तैनात कर्मचारी अपने क्षेत्र को पूरी गंभीरता के साथ सैनिटाइज कर रहा है.
सैनिटाइजेशन पर दिया जा रहा है खास ध्यान
पूरे शहर में जहां पर भी दीप उत्सव के कार्यक्रम आयोजित हैं वहां पर नगर निगम के कर्मचारी सैनिटाइजेशन का काम कर रहे हैं. राम की पैड़ी पर सभी कुर्सियां, स्टेज जमीन और दीपक बिछाने वाले स्थल पर सैनिटाइजेशन किया जा रहा है. साथ ही राम कथा पार्क जहां पर भगवान राम का रामराज्य अभिषेक होगा वहां पर भी सैनिटाइजेशन किया गया है. इस बार राम जन्मभूमि परिसर में भी 11000 गोबर के दीपक जलाए जाएंगे. 11000 गोबर के दीपक को बिछाने के लिए वालंटियर्स राम जन्मभूमि परिसर में मौजूद रहेंगे ऐसे में राम जन्मभूमि पर भी सैनिटाइजेशन का काम किया जा रहा है.
लोगों को किया जा रहा है जागरूक
इतना ही नहीं जगह-जगह बोर्ड और बैनर के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जा रहा है. दो गज की दूरी बहुत है जरूरी, मास्क लगाने के लिए लोगों को प्रेरित किया जा रहा है. दीपोत्सव के कार्यक्रम को देखते हुए सैनिटाइजेशन के जरिए पूरी अयोध्या नगरी को कोरोना मुक्त बनाने का काम किया जा रहा है.
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