लखनऊ, एबीपी गंगा। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह रविवार को साफ कहा कि राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) को लेकर सरकार की तरफ से कोई पहल नहीं की गई है। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर यह कवायद केवल असम में अंजाम दी जा रही है। अपने संसदीय क्षेत्र लखनऊ दौरे पर पहुंचे राजनाथ ने कहा, 'एनआरसी का काम सिर्फ असम में किया जा रहा है और कुछ हद तक यह पूरा भी हो चुका है। वहां यह काम उच्चतम न्यायालय के निर्देश पर हो रहा है। सरकार ने इस सिलसिले में कोई पहल नहीं की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इससे पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं।'
उन्होंने कहा, 'भारतीय संस्कृति ने हमें 'सर्वधर्म समभाव' सिखाया है और किसी भी हिंदुस्तानी के साथ जाति और धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं किया जा सकता।' इस दौरान राजनाथ ने नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के बारे में पर्चे भी बांटे और मीडिया तथा पार्टी कार्यकर्ताओं से उन्हें पढ़ने की गुजारिश की।
राजनाथ ने आगे कहा कि सीएए पर कुछ राजनीतिक दलों और दूसरी शक्तियों के जरिये अपने फायदे के लिए कुछ गलतफहमी फैलाई जा रही है। इसी गलतफहमी को दूर करने के लिए बीजेपी आज पूरे देश मे महासंपर्क अभियान चला रही है। राजनाथ ने साफ कहा कि इससे किसी की नागरिकता नही जाने वाली है। भारत का विभाजन धर्म के आधार पर हो गया इसे मैं दुर्भाग्यपूर्ण मानता हूं। भारत एक धर्म निरपेक्ष देश है। जो लोग इसका विरोध कर रहे हैं मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि आखिर क्यों धर्म के आधार पर देश का बंटवारा किया।