Congress Preparation For Uttrakhand Assembly Election: उत्तराखंड (Uttrakhand) में विधानसभा चुनाव (Assembly Election) से ठीक पहले कांग्रेस (Congress) ने संगठन की मजबूती के लिए बड़ा दांव खेला है. निकाय और पंचायत चुनावों (Panchayat Elections) में पार्टी विरोधी गतिविधियों की वजह से बाहर किए गए कांग्रेसी नेताओं की घर वापसी का रास्ता पार्टी ने खोल दिया है. दरअसल, कांग्रेस ने अपने 100 से अधिक नेताओं को पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते बाहर का रास्ता दिखा दिया था, लेकिन अब विचार विमर्श समिति का गठन करके उनकी घर वापसी की जा रही है. अभी समिति को 52 के लगभग आवेदन मिल चुके हैं, जिनकी स्क्रूटनी कर उनको वापस पार्टी में शामिल किया जाएगा.  


रिस्क नहीं लेना चाहती है कांग्रेस 
उत्तराखंड में 2022 में विधानसभा चुनाव होने हैं. अभी से 2 प्रमुख पार्टियां बीजेपी और कांग्रेस खुद को मजबूत करने की कसरत में जुटी हुई हैं. जहां 2022 में कांग्रेस सत्ता वापसी की उम्मीद लगाए बैठी है तो वहीं बीजेपी दोबारा सत्ता में आने के लिए जुट गई है. ये भी सच है कि कांग्रेस ये बखूबी जानती है कि अगर पार्टी को मजबूत करना है और एक साथ होकर चलना है तो सबको साथ लेकर चलना होगा. कांग्रेस ने जिन नेताओं को पार्टी विरोधी होने के चलते निष्कासित किया था अब पार्टी उनकी भी घर वापसी करना चाहती है. 


खोल दिए हैं घर वापसी के द्वार 
गौरतलब है कि, जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं वैसे-वैसे दल-बदल की राजनीति भी देखने को मिलने लगी है. ऐसे में कोई अपना ही पार्टी को नुकसान ना पहुंचाए इसी को देखते हुए घर वापसी के द्वार खोल दिए हैं और निष्कासित नेताओं से आवेदन मांगे गए हैं. 


वरिष्ठ नेताओं के विचार विमर्श के बाद होगी वापसी
कांग्रेस संगठन महामंत्री मथुरा दत्त जोशी ने बताया कि नगर निकाय और पंचायत चुनाव में जिन कांग्रेसी नेताओं का पार्टी से निष्कासन किया गया था, उनके लिए कमेटी गठित कर आवेदन मांगे गए हैं. कांग्रेस की विचार विमर्श कमेटी की रिपोर्ट के बाद पार्टी के वरिष्ठ नेता विचार करके निष्कासितों की वापसी के संबंध में फैसला लेंगे. 



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