Uttarakhand Election 2022: उत्तराखंड (Uttarakhand) में आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) ने बेरोजगारी कार्ड खेलकर भाजपा (BJP) और कांग्रेस (Congress) को टेंशन में डाल दिया है. हालांकि, विधानसभा चुनाव (Election) से पहले आम आदमी पार्टी की इस घोषणा को भाजपा और कांग्रेस चुनावी जुमला ही करार दे रहे हैं. लेकिन, सच्चाई ये है कि दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) की इस घोषणा के बाद भाजपा और कांग्रेस को अपनी चुनावी रणनीति बदलाव करना पड़ सकती है.


चुनावी जुमला हैं आम आदमी पार्टी की घोषणाएं 
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने हल्द्वानी से उत्तराखंड के युवाओं के लिए बड़ी घोषणा कर बेरोजगार युवाओं को अपनी ओर खींचने की पूरी कोशिश की है. हालांकि, भाजपा और कांग्रेस को आम आदमी पार्टी की ये घोषणाएं चुनावी जुमला ही लग रही हैं. दोनों पार्टियों का कहना है कि अरविंद केजरीवाल ने जो घोषणाएं उत्तराखंड के लिए की हैं पहले उन्हें दिल्ली में पूरा करके दिखाएं. सरकार में कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज का कहना है कि आम आदमी पार्टी सिर्फ चुनाव जीतने के लिए उत्तराखंड में इस तरह की घोषणाएं कर रही है जबकि उनके पास इन घोषणाओं को पूरा करने का कोई प्लान नहीं है. 


विकास का प्लान बताएं केजरीवाल 
दूसरी तरफ कांग्रेस भी आम आदमी पार्टी की घोषणाओं को सिर्फ चुनावी जुमला ही बताया है. कांग्रेस के महामंत्री मथुरा जोशी का कहना है कि अरविंद केजरीवाल पीएम मोदी के बाद दूसरे जुमलेबाज हैं, जो इस तरह की जुमलेबाजी कर सत्ता में आने की कोशिश कर रहे हैं. क्योंकि, उत्तराखंड और दिल्ली की भौगोलिक परिस्थितियों में बड़ा अंतर है. पहले केजरीवाल ये बताएं कि उनके पास उत्तराखंड के विकास के लिए प्लान क्या है.



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