Uttarakhand News: देहरादून (Dehradun) की कनॉट प्लेस (Connaught Place) की दुकानों और घरों को खाली कराने की कवायद आज से शुरू हो गई है. आज भारी पुलिस बल और जिला प्रशासन की टीमों ने कोर्ट के आदेश पर दुकानदारों को दुकान खाली करने के लिए कहा. साथ ही कई दुकानों को सीज भी किया गया. दिल्ली के कनॉट प्लेस की तर्ज पर 40 के दशक में इमारत के निर्माण के बाद यहां 150 से अधिक घर और 70 के करीब दुकान मौजूद हैं.


स्थानीय लोगों ने प्रशासन से की यह अपील


यहां के दुकानदार और भवन में रहने वाले लोगों ने इसको खाली कराने को लेकर आपत्ति जताई है. लोगों का कहना है कि वो इतने लंबे समय से यहां हैं और अचानक खाली करा देंगे तो अब बुढ़ापे में कहां जाएंगे. यहां रह रहे लोगों का आरोप है कि LIC उनको बाहर करने के लिए हर कोशिश कर रही है, इस बिल्डिंग में ऐसे कई लोग रह रहे हैं जो अपनी रोजी-रोटी यहां कई दशक से चला रहें हैं. उधर एलआईसी का कहना है कि कोर्ट का निर्णय उनके पक्ष में है, दुकानें और भवन तो खाली करने ही होंगे.


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कानून-व्यवस्था को लेकर यह है तैयारी


सन1930 से 40 के दशक में देहरादून की ये पहली इमारत थी जो तीन मंजिला बनी थी. ऐतिहासिक कनॉट प्लेस जल्द जमींदोज होने के कगार पर है. 2006 से इसकी हालत जर्जर है. सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के बाद अब बिल्डिंग को खाली कराया जा रहा है. वहीं मजिस्ट्रेट सोहन रांघढ़ का कहना है कि इस संबंध में दोनों पक्षों की वार्ता हुई है. दोनों पक्षों को उच्च अधिकारियों ने बता दिया है, जो उनके द्वारा बताया गया है उसके अनुसार ही कार्रवाई की जाएगी. हम इस समय कानून-व्यवस्था के लिए इस समय मजिस्ट्रेट के रूप में हैं, जो भी कार्रवाई की जानी है एलआईसी द्वारा की जानी है. अगर कानून-व्यवस्था की कोई स्थिति आती है, तो उसके लिए हम मौजूद हैं.


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