Dehradun Elevated Road: देहरादून में जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए रिस्पना और बिंदाल नदी पर एलिवेटेड रोड बनाये जाने का खाका तैयार हो गया है. एलिवेटेड रोड बन जाने से शहर के भीतर जाम से बड़ी राहत मिलेगी. इसको लेकर मुख्य सचिव एसएस संधू, पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों के साथ बैठक कर चुके हैं. साथ ही इस रोड का फिजिबिलिटी सर्वे भी हो चुका है. हालांकि रिस्पना और बिंदाल नदी पर एलिवेटेड रोड बनाये जाने को लेकर कुछ लोगों ने सवाल भी उठाये हैं.
शहर के जाम से निजात दिलाने के लिए देहरादून की रिस्पना और बिंदाल नदी बड़ी भूमिका निभाने जा रही हैं. दरअसल इन नदियों के ऊपर एलिवेटेड रोड बनाये जाने को लेकर खाका तैयार हो गया है, जो शहर में जाम के झाम से राहत देने में बड़ी मदद करेगा. एलिवेटेड रोड चार साल में बनकर तैयार हो जाएगी.
बिंदाल नदी पर 15 किमी की एलिवेटेड रोड बनेगी. रिस्पना नदी पर 11 किमी की एलिवेटेड रोड बनेगी. एलिवेटेड रोड बनाने पर 3400 करोड़ रुपये का खर्च आयेगा. आईएसबीटी से यात्री सीधे मसूरी जा सकेंगे.
देहरादून शहर में आबादी के बढ़ते दबाव और यातायात की समस्या की वजह से ये खाका तैयार किया गया है. रिस्पना पुल से सहस्त्रधारा और बिंदाल पुलिस से मैक्स अस्पताल तक एलिवेटेड रोड बनाई जायेगी. ये प्रोजेक्ट देहरादून शहर की आये दिनों सबसे बड़ी समस्या बने जाम के लिए रामबाण साबित होगा.
एलिवेटेड रोड पर लोगों ने उठाये ये सवाल?
हालांकि रिस्पना नदी पर रोड बनने को लेकर इसकी स्वच्छता के लिए काम कर रहे लोगों ने सवाल भी उठाये हैं. उनका कहना है कि रिस्पना को संवारने का जो सपना था उसपर पूरा काम नहीं हो पाया और अब अगर इसपर एलिवेटेड रोड बन जाती है तो ऐसे में रिस्पना नदी के पुनर्जीवन का सपना, सपना ही रह जायेगा.
बता दें कि मुख्यमंत्री रहते हुए त्रिवेंद्र सिंह रावत ने रिस्पना नदी को ऋषिपर्णा बनाने का सपना संजोया था और इसपर काम भी शुरू किया था. हालांकि रिस्पना को ऋषिपर्णा बनाने का सपना धरातल पर नहीं उतर पाया. आज भी ये नदी नाले में ही तब्दील है. पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि एलिवेटेड रोड समय की मांग है.
देहरादून में जाम की समस्या दिनों-दिन बढ़ती जा रही है ऐसे में समय की मांग है कि एलिवेटेड रोड बनाई जाए और सीधे मसूरी जाने वाली यात्री शहर के भीतर न आकर इस मार्ग से जाएं, ऐसे में शहर के भीतर लगने वाले जाम से बड़ी राहत मिल सकेगी. चार साल में अगर ये सड़क बनकर तैयार हो जाती है तो जाम की बड़ी समस्या से जूझ रहा देहरादून राहत महसूस करेगा.
इसे भी पढ़ें:
Kasganj News: कासगंज के 36 गांवों का होगा कायापलट, जानें मॉडल गांव में होंगी क्या-क्या सुविधाएं?