देहरादून: इन दिनों राजधानी देहरादून के हालात बद से बदतर हो गए हैं. एक तो बरसात की वजह से लोगों को मुसीबतें झेलनी पड़ती हैं, तो वहीं राजधानी के अलग-अलग हिस्सों में हो रहे स्मार्ट सिटी के कामों ने लोगों की मुश्किलें और बढ़ा दी हैं. पिछले ढाई सालों से स्मार्ट सिटी के काम आज भी आधे अधूरे ही पड़े हैं.


पांच सीईओ बदले


देहरादून स्मार्ट सिटी लिमिटेड के काम शुरू हुए करीब ढाई साल का समय बीत चुका है. इतने कम समय में पांच अधिकारी बतौर सीईओ स्मार्ट सिटी काम संभाल चुके हैं, लेकिन ज्यादातर योजनाओं का काम अभी भी पूरा नहीं हो पाया है. मुख्यमंत्री से लेकर मुख्य सचिव तक स्मार्ट सिटी के कामों को पूरा करने के लिए सख्ती से निर्देश दे चुके हैं. यहा तक कि भाजपा के राजपुर से विधायक खजान दास स्मार्ट सिटी के कामों की धीमी गति को लेकर अधिकारियों पर नाराजगी जता चुके हैं.  हालांकि, खजान दास अभी भी नाराज हैं. उनका कहना है कि, राजधानी में स्मार्ट सिटी के अभी भी काफी काम अधूरे हैं, जिन्हें जल्द से जल्द पूरा किया जाना चाहिए. हालांकि, इनका यह भी कहना है इसका दूरगामी परिणाम होगा लेकिन फिलहाल लोगों को दिक्कतें झेलनी पड़ रही हैं. वहीं, स्मार्ट सिटी के नए सीईओ बने आर राजेश कुमार भी यह बात कह रहे हैं कि, स्मार्ट सिटी के कामों में अब गति आएगी.


ये काम होने बाकी हैं


शहरभर में मल्टीयुटीलिटी डक्ट, सीवर लाइन बिछाने, वाटर सप्लाई सिस्टम को दुरुस्त करने, नाली निर्माण, फुटपाथ सौंदर्यीकरण आदि से जुड़े काम होने हैं. जिन्हें जल्द से जल्द पूरा किया जाना हैं. 


आम जनता परेशान


नेता और अधिकारियों के दावे तो आप ने जान लिये कि, स्मार्ट सिटी के कामों को अब जल्द से जल्द पूरा किया जाएगा, लेकिन शहर में जहां तहां खुदी पड़ी सड़कों से आम लोग ही परेशान हैं. खासकर बरसात के सीजन में लोगों को ज्यादा दिक्कतें झेलनी पड़ रही हैं, क्योंकि सड़कें खुदी होने से पानी का भराव ज्यादा हो रहा है.


पिछले ढाई सालों से देहरादून में स्मार्ट सिटी का काम चल रहा है, और इन ढाई सालों में स्मार्ट सिटी के पांच सीईओ भी बदले गए, लेकिन शहर के हालात बताने के लिए यहां से सामने आ रही तस्वीरें काफी हैं. इन ढाई सालों में पांच सीईओ बदलने के बाद भी किस स्तर पर काम हुआ.


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