Uttarakhand News: गैरसैंण में बजट सत्र नहीं बुलाने से पूर्व CM हरीश रावत नाराज, मौन व्रत रखकर जताया विरोध
Uttarakhand Budget 2024: पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि सरकार को गैरसैंण जाने में ठंड लगती है तो हिमालय राज्य की अवधारणा का अपमान करना है. उन्होंने मौन उपवास रखकर विरोध जताया.
Uttarakhand Assembly Budget Session 2024: उत्तराखंड का बजट सत्र गैरसैंण (Gairsain) के बदले देहरादून (Dehradun) में आहूत करने से पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत (Harish Rawat) नाराज हैं. विरोध में आज (सोमवार) उन्होंने एक घंटे का मौन व्रत रखा. हरीश रावत के साथ कांग्रेस नेताओं ने भी गांधी पार्क में मौन व्रत धारण किया. मीडिया को संबोधित करते हुए हरीश रावत ने कहा कि गैरसैंण हिमालयी राज्य का प्रतीक है. उन्होंने कहा कि सरकार को गैरसैंण जाने में ठंड लगती है तो हिमालय राज्य की अवधारणा का अपमान करना है. विधानसभा ने सर्वसम्मति से विधानसभा का बजट सत्र गैरसैंण में करने का फैसला लिया है.
हरीश रावत ने विरोध में मौन व्रत रखकर जताया विरोध
हरीश रावत ने पूछा कि आखिर सरकार फैसले से क्यों पीछे हट रही है. उन्होंने आरोप लगाया कि धामी सरकार पहाड़ के प्रति उदासीन रवैया अपना रही है. पहाड़ के लोगों की हमेशा से मांग रही है कि गैरसैंण को उत्तराखंड की राजधानी घोषित किया जाए. बजट सत्र को देहरादून में कराना एक बानगी है. इसलिए विरोध में धामी सरकार के खिलाफ आज मौन व्रत कर धरने पर बैठे हैं. सरकार को इस विषय पर सोचा होगा. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को किसी विधायक का सर्टिफिकेट नहीं चाहिए.
बजट सत्र गैरसैंण के बजाय देहरादून में करने का मामला
हरीश रावत ने कहा कि बजट सत्र गैरसैंण में आयोजित हो सकता था. आपको बता दें की महज कुछ दिनों पूर्व अधिकांश विधायक ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण स्थित भराड़ीसैंण विधानसभा भवन में बजट सत्र आहूत करने के पक्ष में नहीं थे. करीब 7841 फीट की ऊंचाई पर स्थित भराड़ीसैंण की कंपकंपा देने वाली ठंड ने अधिकांश विधायकों के इरादों को ठंडा कर दिया. 40 से अधिक विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण को पत्र लिखकर इस बार का बजट सत्र देहरादून में कराने का अनुरोध किया है. पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने गांधी पार्क में मौन उपवास रखकर विरोध जताया.