Dehradun Fraud Case: देहरादून में एक बड़ा धोखाधड़ी का मामला सामने आया है, जहां सरकारी टेंडर समेत अन्य काम दिलाने के नाम पर करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी हुई है. इस मामले में मुख्यमंत्री के पूर्व पीएस समेत सात लोगों के खिलाफ कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया है. इन सभी ने पटियाला निवासी बीजेपी के सात नेता और कार्यकर्ताओं के साथ ठगी की है. जिसके बाद मुख्यमंत्री के निर्देश पर पुलिस ने इस मामले पर मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है.
इस मामले को लेकर कोतवाल राकेश गुसाईं ने बताया कि पटियाला में बीजेपी के पूर्व जिलाध्यक्ष संजीव कुमार ने तहरीर दी है जिसके आधार पर पूर्व पीएस प्रकाश चंद्र उपाध्याय निवासी कलिंगा विहार, माजरी माफी, सौरव शर्मा उर्फ सौरभ वत्स निवासी पाम सिटी व उसकी पत्नी नंदिनी, महेश माहरिया, रौनक माहरिया, अमित लांबा और शाहरुख खान निवासी अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई.
उन्होंने बताया कि शिकायतकर्ता ने तहरीर देते हुए बताया कि सौरभ शर्मा ने खुद को सीएम दफ्तर में सहायक निजी सचिव बताया था. बताया कि वे बीते वर्ष मुख्यमंत्री कार्यालय में पूर्व पीएस प्रकाश चंद्र उपाध्याय के संपर्क में आए थे. जिस दौरान आरोपी उपाध्याय ने उन्हें उत्तराखंड में सरकारी टेंडर व दवा सप्लाई समेत अन्य व्यापार की डील ऑफर की थी. इसके साथ ही उन्हें झांसा भी दिया कि वह यहां काम दिलवाएंगे. जिसके एवज में उन्होंने शिकायतकर्ता और उनके अन्य सहयोगियों से तीन करोड़ 42 लाख 59 हजार रुपये ले लिए गए.
संजीव कुमार ने बताया कि इस दौरान आरोपी कभी उनसे कभी सचिवालय तो कभी विधानसभा में मिले. इस दौरान वह अपने साथ उनके कामों की फाइलें लेकर घूमते थे और प्रगति रिपोर्ट दिखाकर रकम लेते रहते थे. इस तहरीर के अनुसार इस साल के शुरू में शिकायतकर्ता पक्ष ने दबाव बनाया तो आरोपियों ने मार्च तक रकम वापस लौटाने का वादा किया लेकिन रकम नहीं लौटाई.
उन्होंने आगे बताया कि एक दिन मुख्य आरोपी प्रकाश चंद्र उपाध्याय ने पीड़ित को अपने घर बुलाया. जहां वहां उन्होंने नौकर शाहरुख खान के नाम का 30 लाख रुपये का चेक दिया जो कैश नहीं हुआ. इसके बाद आरोपी ने अगले दिन शिकायतकर्ता पक्ष के खिलाफ ही घर में घुसकर मारपीट करने का मुकदमा दर्ज करा दिया. इसके बाद पीड़ितों ने देहरादून में कार्रवाई के लिए संपर्क किया साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को भी इस मामले की पूरी जानकारी दी. जिस पर मुख्यमंत्री धामी ने पुलिस को कार्रवाई के निर्देश दिए. जिसके बाद शिकायत पक्ष डीआईजी दलीप सिंह कुंवर से भी मिले. जिस पर डीआईजी कुंवर के आदेश पर कोतवाली पुलिस ने सातों आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.