Dehradun News: उत्तराखंड कांग्रेस (Uttarakhand Congress) में एकला चलो की नीति आम सी हो गई है. अपने आप को प्रदेश में अलग नेता दिखाने की कसर कोई भी छोड़ नहीं रहा है. जहां पहले पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत अपने अलग-अलग कार्यक्रमों के जरिए जनता के बीच में बने रहते हैं. वहीं अब पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और चकराता से विधायक प्रीतम सिंह की राह भी अलग हो गई है. इसीलिए उन्होंने ऐलान किया है कि प्रदेश के प्रमुख मुद्दों को लेकर आगामी 21 तारीख को सचिवालय का घेराव करेंगे. 


तमाम कार्यक्रमों से रहते हैं नदारद
यह पहला मौका होगा जब वह पार्टी संगठन से अलग होकर कोई कार्यक्रम किया जा रहा है. महत्वपूर्ण बात यह है कि एक तरफ प्रदेश संगठन की तरफ से प्रदेश भर में भारत जोड़ो यात्रा निकाली जा रही है, जबकि भारत जोड़ो यात्रा को लेकर हुई बैठकों में भी प्रीतम सिंह कहीं दिखाई नहीं दिए. हालांकि उधर कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष संगठन का कहना है कि कांग्रेस में सब कुछ ऑल इज वेल है.जबकि हकीकत में ऐसा कुछ दिखाई नहीं दे रहा है.क्योंकि प्रीतम सिंह लगातार पार्टी के तमाम कार्यक्रमों से तो नदारद रहते ही हैं, इस बार उन्होंने हटकर घेराव की रणनीति बनाई है.


21 नवंबर को करेंगे सचिवालय का घेराव
विभिन्न मुद्दों को लेकर प्रीतम सिंह 21 नवंबर को सचिवालय घेराव करने जा रहे हैं. विधानसभा चुनाव के बाद से ही प्रीतम सिंह संगठन के तमाम कार्यक्रमों से दूरी बनाते दिखाई दे रहे हैं. वहीं कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष संगठन का कहना है कि कांग्रेस में सब कुछ ऑल इज वेल है लेकिन राज्य में सब ऑल इज वेल होता नहीं दिखाई दे रहा है क्योंकि चकराता विधायक के पार्टी संगठन से अलग होकर कार्यक्रम करने पर कई बड़े सवाल खड़े होते दिखाई दे रहे हैं. 


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