Dehradun News: गन्ना किसानों के बकाया भुगतान को लेकर उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत मंगलवार (9 मई) को हरिद्वार के इकबालपुर चीनी मिल के बाहर प्रदर्शन करने जा रहे हैं. हरीश रावत का यह प्रदर्शन 24 घंटे का होगा, जिसमें कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं के शामिल होने की संभावना है. इस मामले में कांग्रेस यह आरोप लगा रही है कि गन्ना किसानों का बकाया लंबे समय से अटका हुआ है और सरकार किसानों का बकाया भुगतान नहीं दे रही है इसलिए यह विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है. हरीश रावत का यह भी कहना है कि सरकार से कई बार इस संबंध में अनुरोध किया गया है लेकिन सरकार गन्ना किसानों का बकाया भुगतान नहीं दे रही है.
बता दें कि हरीश रावत हरिद्वार लोकसभा सीट को लेकर सक्रिय दिखाई दे रहे हैं और हरिद्वार लोकसभा सीट से जुड़े मुद्दों पर लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं ताकि 2024 के लोकसभा चुनावों से कांग्रेस की देहरादून में पकड़ मजबूत की जा सके.
सरकार का विरोध पर पलटवार
वहीं गन्ना किसानों के बकाया भुगतान को लेकर हरीश रावत के धरने के विरोध में गन्ना विकास मंत्री सौरभ बहुगुणा का भी बयान सामने आया है. उनका कहना है कि वर्तमान सरकार के दौरान गन्ना किसानों के सभी हितों को ध्यान में रखा गया है और ऐसा पहली बार हुआ है कि गन्ना किसानों का भुगतान वक्त पर नहीं हो पाया है. लेकिन कांग्रेस के पास राजनीति करने का कोई मुद्दा नहीं है इसलिए वह जनता को भटकाने के लिए इस तरह के काम कर रही है. सौरभ बहुगुणा ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत से उनकी फोन पर बातचीत हुई थी और उन्होंने बकाया भुगतान को जल्द से जल्द किसानों को देने का आश्वासन भी दिया है. लेकिन उसके बावजूद भी हरीश रावत धरना दे रहे हैं. गन्ना विकास मंत्री ने कहा कि हरीश रावत को मीडिया की सुर्खियों में बने रहना है, इसलिए वह यह प्रदर्शन कर रहे हैं और यह भी देखना होगा कि हरीश रावत जो धरना कर रहे हैं, उसमें कितने किसान शामिल होते हैं क्योंकि यह प्रदर्शन किसानों का नहीं बल्कि कांग्रेस अपने हित को साधने के लिए कर रही है.
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