उत्तराखंड: मैराथन बैठक के बाद भी तय नहीं हो सका नेता प्रतिपक्ष का नाम, जानें- कहां फंसा है पेंच
इंदिरा हृदयेश के निधन के बाद उत्तराखंड में नेता प्रतिपक्ष का पद खाली है. प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि इंदिरा जी का कद बड़ा विशाल था. उनकी भरपाई तो नहीं हो सकती है लेकिन, हम नाम तय करेंगे.
देहरादून: उत्तराखंड कांग्रेस के कई विधायक और प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह सोमवार को दिल्ली पहुंचे. नेता प्रतिपक्ष के चयन को लेकर दिल्ली में प्रदेश प्रभारी के साथ आज बैठक का आयोजन किया गया. बैठक के बाद उत्तराखंड कांग्रेस सीएलपी नेता का नाम आज भी फाइनल नहीं हुआ.
खाली है सीएलपी नेता का पद
गौरतलब है कि, इंदिरा हृदयेश के निधन के बाद नेता प्रतिपक्ष का पद खाली है. बैठक के दौरान प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि कांग्रेस के सभी विधायक दिल्ली आए हैं. प्रभारी देवेंद्र यादव के साथ बैठक हुई है. प्रभारी देवेंद्र यादव ने उत्तराखंड के विधायकों के साथ लंबी बैठक की है.
फिर होगी बैठक
बताया जा रहा कि नाम में एकमत ना होने की वजह से निर्णय नहीं हो पा रहा है. वहीं, प्रभारी भी लागातर विधायकों को एकमत करने की कोशिश कर रहे हैं. इस मामले को लेकर कल फिर बैठक होगी. आज करीब 4 घंटे तक बैठक हुई जिसके बाद भी निर्णय नहीं लिया जा सका.
नेता प्रतिपक्ष चुनने के बाद परिवर्तन यात्रा करेंगे
प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि इंदिरा जी का कद बड़ा विशाल था. उनकी भरपाई तो नहीं हो सकती है लेकिन हम नाम तय करेंगे. अब नया नेता प्रतिपक्ष चुनने के बाद हम अपनी परिवर्तन यात्रा करेंगे.
निशाने पर चुनाव आयोग
प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि रामनगर में बीजेपी का चिंतन इस बात का है कि सरकार, मंत्री और कार्यकर्ताओं के बीच जो दरार हैं उसको कैसे भरा जाए. वहीं, उत्तराखंड के सीएम को लेकर उन्होंने कहा कि चूंकि संवैधानिक व्यवस्था में अब उत्तराखंड में उपचुनाव नहीं हो सकते हैं लिहाजा अगर बीजेपी करवाती है तो हम देखेंगे. चुनाव आयोग भी रबर स्टैंप का काम कर रहा है.