Hand Foot Mouth Disease: उत्तराखंड में डेंगू के बीच बच्चों पर HFMD बीमारी के अटैक ने बढ़ाई चिंता, डॉक्टरों ने दी ये सलाह
HFMD In Schools: डॉक्टरों का कहना है, ये वायरल डिजीज है, ये नई बीमारी है. इसके इलाज के लिए अभी ज्यादा जानकारी नहीं है, लेकिन समय पर डॉक्टर को दिखाकर इसके इंफेक्शन को रोका जा सकता है.
Uttarakhand News: उत्तराखंड में डेंगू के बढ़ते मामलों के बीच बच्चों पर एचएफएमडी बीमारी (Hand Foot Mouth Disease) का अटैक चिंता की वजह बना हुआ है. छोटे बच्चों को ये बीमारी अपनी चपेट में ले रही है. इस बीमारी की रोकथाम के लिए राज्य सरकार गाइडलाइन (HFMD disease guidelines) भी जारी कर चुकी है. ये बीमारी एक से दस साल तक के बच्चों में देखी जा रही है. यह भी जानना जरूरी है कि इस बीमारी से बच्चों को कैसे सुरक्षित रखा जाए.
क्या हैं एचएफएमडी बीमारी के लक्षण?
-तेज बुखार के साथ खाना खाने में दिक्कत
-मुंह के भीतर और बाहर दाने और छाले होना
-हाथ और पैरों में फफोलेदार दाने होना
-बच्चों को गले में दर्द की शिकायत
डॉक्टरों की सलाह
डॉक्टरों का कहना है कि इस बीमारी के लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर की सलाह लें. यह बीमारी फैल सकती है इसलिए बच्चों को घर पर ही रखें. एक बच्चे से कई और बच्चे संक्रमित हो सकते हैं. इस बीमारी से 6-7 दिनों में बच्चे ठीक हो जाते हैं. बच्चों को तरल पदार्थ और फल जरूर दें. डॉक्टरों का कहना है कि ये वायरल डिजीज है, ये एक तरीके की नई बीमारी आई है. एचएफएमडी बीमारी के इलाज के लिए अभी ज्यादा जानकारी भी नहीं है, लेकिन समय पर डॉक्टर को दिखाकर इसके इंफेक्शन को रोका जा सकता है.
देहरादून में पांच केस
वहीं प्रभारी स्वास्थ्य सचिव ने भी इस बीमारी की बढ़ती आशंका को देखते हुए अस्पतालों में पुख्ता इंतजाम करने की बात कही है. प्रभारी सचिव स्वास्थ्य ने बताया कि इसपर स्वास्थ्य विभाग लगातार नजर बनाए हुए है. अभी तक देहरादून में पांच ऐसी बीमारी के केस आ चुके हैं.
इन दिनों उत्तराखंड में डेंगू के मामले बढ़ने से पहले ही चिंता बनी हुई है. इसी बीच फैल रही एचएफएमडी बीमारी से चिंता और बढ़ गई है. जहां एक ओर स्वास्थ्य विभाग इसको लेकर खुद को तैयार बता रहा है, उससे ज्यादा जरूरी है कि आप स्वयं अपने बच्चों की देखभाल करें और बीमारी से बचने के तरीकों को अपनाएं, साथ ही ऐसे लक्षण पाये जाने पर डॉक्टर की सलाह जरूर लें.