Uttarakhand News: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से की शिष्टाचार भेंट की साथ में पीएम मोदी द्वारा उत्तराखंड को दिए जाने वाले विशेष प्रेम के लिए धन्यवाद भी दिया सीएम धामी ने पीएम मोदी से मानसखण्ड मन्दिर माला मिशन के लिए 01 हजार करोड़ रूपये की स्वीकृति प्रदान करने का अनुरोध भी किया ताकि उत्तराखंड के तमाम मंदिरों का सौंदर्य करण हो सके, सीएम धामी ने राज्य में विभिन्न योजनाओं के तहत किये जा रहे कार्यों की प्रगति की जानकारी पीएम मोदी को दी. मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में चारधाम यात्रा पर आने वाले यात्रियों एवं पर्यटकों को मानसखण्ड मन्दिर माला के दर्शन करने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए गढ़वाल तथा कुमायूं को जोड़ने वाले मार्गों का उच्चीकरण किया जाना आवश्यक है.
पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंड राज्य को केन्द्रीय पूल के कोयला आधारित संयंत्रों से 400 मेगावाट अतिरिक्त विद्युत आवंटित किये जाने का भी किया अनुरोध किया है. ताकि उत्तराखंड में चलने वाली इंडस्ट्री को लाभ मिल सके. इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को बागेश्वर में बने ताम्र शिल्प पर आधारित उत्पाद तथा उत्तराखंड की महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा तैयार की गई सामग्री भेंट की. प्रधानमंत्री मोदी ने उत्तराखंड की इन महिलाओं के परिश्रम की सराहना की तथा उनका आभार व्यक्त किया.
देश-विदेश से बुक हो रहे वेडिंग डेस्टिनेशन
मुख्यमंत्री धामी ने प्रधानमंत्री मोदी का उत्तराखण्ड को वेडिंग डेस्टिनेशन बताये जाने के लिए विशेष आभार व्यक्त किया पीएम की अपील के बाद उत्तराखण्ड में वेडिंग डेस्टिनेशन विकसित किये जाने के लिए 150 करोड़ रूपये के निवेश उत्तराखंड को प्राप्त हुए है. इससे उत्तराखंड में शादी करने वालों की संख्या में इजाफा देखने को मिल रहा है. इससे प्रदेश को काफी फायदा होगा. राज्य के लोगों को रोजगार के काफी अवसर उपलब्ध हो रहे है. उत्तराखंड में शादियों के लिये देश विदेश से बडी संख्या में लोगों द्वारा बुकिंग की जा रही है.इस मौके पर मुख्यमंत्री धामी ने प्रधानमंत्री मोदी को उत्तराखंड की महिला स्वयं सहायता समूहों के द्वारा तैयार की गई सामग्री की भेंट की प्रधानमंत्री मोदी ने भी राज्य की महिलाओं के परिश्रम की सराहना की तथा उनका आभार व्यक्त किया है.
सीएम धामी नें पीएम को को कई योजनाओं से अवगत कराया
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को अवगत कराया कि मानसखण्ड मंदिर माला मिशन के अन्तर्गत चिन्हित 48 पौराणिक मंदिरों में से 16 मंदिरों में अवस्थापना विकास के कार्य शुरू हो चुके हैं. जागेश्वर धाम हेतु 150 करोड़ रूपये का मास्टर प्लान बनाया गया है. मानसखण्ड मन्दिरों के प्रचार-प्रसार हेतु ‘भारत गौरव मानसखण्ड एक्सप्रेस’’ट्रेन देश के विभिन्न स्थानों से उत्तराखण्ड के काठगोदाम, टनकपुर रेलवे स्टेशनों के लिये संचालित किये जाने का अनुरोध किया. मानसखण्ड मंदिर माला मिशन के अन्तर्गत कुमाऊँ क्षेत्र में स्थित प्रसिद्ध पूर्णागिरी धाम को विकसित करने के लिये शारदा कॉरिडोर के विकास की कार्ययोजना तैयार की जा रही है. मानसखण्ड माला मिशन के अन्तर्गत कुमाऊँ क्षेत्र में स्थित प्रसिद्ध कैंची धाम के विकास हेतु मास्टर प्लान तैयार किया जा रहा है. पिथौरागढ़ स्थित सीमान्त गांव गुंजी (आदि कैलाश क्षेत्र) को अन्तर्राष्ट्रीय पर्यटन डेस्टिनेशन के रूप में विकसित किये जाने के लिए मास्टर प्लान तैयार कर लिया गया है. गुंजी को’’शिव नगरी’’थीम के आधार पर विकसित किये जाने हेतु छः घटक कला संस्कृति, कौशल, ज्ञान, ध्यान, विज्ञान तथा विश्राम, में विभाजित किया गया है. प्रथम चरण में स्वदेश दर्शन योजना-2.0 के अन्तर्गत गुंजी में साधना केन्द्र, ईको ट्रेल, संसाधन केन्द्र, हेरिटेज ग्राम विकसित करना और साहसिक गतिविधियां प्रस्तावित हैं. राज्य सरकार द्वारा गुंजी तथा आदि कैलाश एवं ओम पर्वत के लिये हेली सेवाएं उपलब्ध कराये जाने हेतु सर्वे कर लिया गया है.
काशी-विश्वनाथ की तर्ज पर बनेगा हरिद्वार-ऋषिकेश गंगा कॉरिडोर
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि काशी-विश्वनाथ की तर्ज पर हरिद्वार-ऋषिकेश गंगा कॉरिडोर विकसित करने का कार्य नव गठित उत्तराखंड निवेश एवं आधारिक संरचना बोर्ड (यू.आई.आई.डी.बी) द्वारा किया जायेगा. राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने हेतु पी0पी0पी0 मोड में सात हेलीपोर्ट तैयार करने का प्रस्ताव है जिसमें से दो हेलीपोर्ट हेतु भूमि चिन्हित कर ली गयी है. प्रारम्भिक चरण में हरिद्वार एवं देहरादून में हेलीपोर्ट तैयार किये जाने प्रस्तावित हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के स्थानीय उत्पादों की प्रोसेसिंग, पैकेजिंग, ब्रांडिंग के लिए अम्ब्रेला ब्रांड के रूप में हाउस ऑफ हिमालयाज का प्रधानमंत्री द्वारा लोकार्पण किया गया. लोकार्पण के बाद राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय निवेशकों द्वारा हाउस ऑफ हिमालयाज से जुडने के लिए उत्साह दिखाया गया है. प्रथम चरण में मिलेटस, राजमा, पर्वतीय दालें, लाल चावल, हल्द्वी, पहाड़ी नमक, शहद, एरोमेटिक एण्ड हर्बल टी, नैनीताल मोमबत्ती, ऐपण, पिछौड़ा को शार्टलिस्ट किया गया है. राज्य के सभी जी0आई0 उत्पादों को हाउस ऑफ हिमालयाज ब्रान्ड में विशेष रूप से फोकस किया जा रहा है.
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