Delhi Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव में देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश पर सभी की नजर होती है. भारतीय जनता पार्टी, बहुजन समाज पार्टी , समाजवादी पार्टी और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस समेत तमाम क्षेत्रीय दल संसद में अपनी धमक के लिए इस राज्य से सबसे ज्यादा सीटें हासिल करना चाहते हैं. राज्य की 80 लोकसभा सीटों में से जिसको सबसे ज्यादा मिलती हैं, वह सरकार बनाने में अपनी अहम भूमिका निभाता है. बीते दो आम चुनावों क्रमशः साल 2014 और साल 2019 में भारतीय जनता पार्टी यहां बाजी मार रही है. हालांकि ऐसा नहीं है कि यूपी की धमक सिर्फ राज्य तक सीमित है. यहां के पूर्वांचल के निवासी जो राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में रहते हैं वह यहां भी अपनी मजबूत मौजूदगी दर्ज कराते हैं.


सभी की कोशिश होती है कि पूर्वांचल के लोगों का मत हासिल किया जाए. बीते दोनों लोकसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी यह सफलता हासिल करने में कामयाब हुई है. विधानसभा चुनावों में भी सभी दलों का जोर इस पर होता है. तीन चुनावों से इसका असर दिख रहा है और आम आदमी पार्टी अपनी नीतियों के जरिए पूर्वांचलियों को लुभाने में सफल रही है. यह बात अलग है कि लोकसभा चुनाव के लिए उसकी स्थिति पूरी तरह बदल जाती है. 


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दिल्ली में रहने वालों पर योगी का असर!
दिल्ली में रहने वाले यूपी के मतदाताओं में सीएम योगी आदित्यनाथ की सरकार की नीतियों का असर देखा जा रहा है. यूपी, बिहार और झारखंड, इन तीन राज्यों के निवासी केंद्र शासित प्रदेश की सभी सात लोकसभा सीटों पर अपना असर छोड़ते हैं.  नौकरी की तलाश में दिल्ली आए पूर्वांचल के लोग हर चुनावी समीकरण में अहम भूमिका निभाते हैं.


पूर्वांचल के लोगों का वोट हासिल करने के लिए पार्टियां सिर्फ रणनीति बनाती हैं बल्कि सीट वार मतदाताओं की संख्या के आधार पर प्रत्याशियों का चयन भी करती हैं. इस चुनाव में भी कई प्रत्याशी पूर्वांचल से नाता रखते हैं.