गाजियाबाद, एबीपी गंगा। दिल्ली-मेरठ रैपिड रेल कॉरिडोर का तेजी गति से चल रहा है। मुरादनगर से मोदीनगर वाली सड़क को चौड़ी करने के लिए पेड़ों की कटाई की जा रही है। नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (एनसीआरटीसी) के अधिकारियों का कहना है कि परियोजना का निर्माण कार्य समय बद्ध होगा। साहिबाबाद से दुहाई के बीच 17 किलोमीटर के हिस्से में सबसे पहले 2023 तक रैपिड रेल का संचालन शुरू किया जाएगा।
अड़चनों को किया जाएगा दूर
दिल्ली से मेरठ तक 82.15 किलोमीटर के कॉरिडोर पर 2024 में संचालन होगा। इस परियोजना को बनाने में 30,274 करोड़ रुपये की लागत आएगी। अधिकारियों का कहना है कि देरी से परियोजना की लागत बढ़ सकती है। प्रदेश सरकार ने देरी से बचने के लिए हर महीने शासन स्तर पर समीक्षा का प्रावधान किया है। उसमें रैपिड रेल कॉरिडोर से संबंधित विभागों के साथ मिलकर अड़चनों को दूर किया जाएगा।
अपनी तरह की पहली परियोजना
रैपिड रेल कॉरिडोर दिल्ली में सराय काले खां से शुरू होगा। देश की यह पहली रेल परियोजना है, जिसमें एक ट्रैक पर दो तरह की ट्रेन दौड़ेंगी। मेरठ में चार स्टेशनों पर रैपिड रेल का ठहराव होगा। जबकि, 12 स्टेशनों पर मेट्रो ट्रेन का ठहराव होगा। इस संकल्पना ने परियोजना को सबसे अलग किया है। दुहाई और मोदीपुरम में कॉरिडोर पर बनने वाले मुख्य स्टेशन के साथ डिपो में सरफेस स्टेशन बनाए जाएंगे। डिपो कॉरिडोर से करीब एक किलोमीटर अंदर होगा। उसके आसपास रहने वाली आबादी को लाभ देने के लिए ऐसा किया जाएगा।
रैपिड रेल के प्रस्तावित स्टेशन
दिल्ली : सराय कालेखां, न्यू अशोक नगर, आनंद विहार
गाजियाबाद : साहिबाबाद, गाजियाबाद (मेरठ तिराहा), गुलधर, दुहाई, मुरादनगर, मोदीनगर साउथ, मोदीनगर नॉर्थ
मेरठ : मेरठ साउथ, शताब्दी नगर, बेगमपुल, मोदीपुरम मेरठ मेट्रो के स्टेशन
मेरठ साउथ, परतापुर, रिठानी, शताब्दी नगर, ब्रह्मपुरी, मेरठ सेंट्रल, भैसाली, बेगमपुल, एमईएस कॉलोनी, दौरली, मेरठ नॉर्थ और मोदीपुरम