Delhi-Meerut RRTS: देश को आज मिलेगी पहली रैपिड रेल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज करेंगे पहले फेज का उद्घाटन
Delhi Meerut Rapidx Inaugration: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज साहिबाबाद से देश की पहली रैपिड रेल को हरी झंडी दिखाएंगे. जिसके बाद वो इसमें सफर भी करेंगे.
Delhi Meerut Rapidx Train: देश को आज 20 अक्टूबर को पहली सेमी हाईस्पीड रैपिड एक्स ट्रेन (RapidX) मिलने जा रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) आज यूपी के गाजियाबाद (Ghaziabad) से रैपिड एक्स ट्रेन कॉरिडोर के पहले चरण का उद्घाटन करेंगे. पहले चरण में ये ट्रेन साहिबाबाद से दुहाई तक 17 किलोमीटर लंबे ट्रैक पर इस ट्रेन का परिचालन शुरू हो जाएगा. जिसके बाद इस दूरी को चंद मिनटों में ही खत्म किया जा सकेगा. इन ट्रेनों को 'नमो भारत' के नाम से जाना जाएगा. 21 अक्टूबर से आम नागरिकों के लिए इनका परिचालन शुरू हो जाएगा.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मार्च 2019 को दिल्ली-मेरठ रैपिड रेल प्रोजेक्ट की आधारशिला रखी थी और आज वो इसके पहले फेस का उद्घाटन करेंगे. पीएम मोदी आज सुबह 11 बजे गाजियाबाद जनपद के साहिबाबाद पहुंचेंगे. इसके बाद वो कॉरिडोर का मुआयना करेंगे और फिर रैपिड एक्स ट्रेन को हरी झंडी दिखाएंगे. इस मौके पर उनके साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहेंगे.
टिकट लेकर सफर करेंगे पीएम मोदी
रैपिड एक्स ट्रेन को हरी झंडी दिखाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस ट्रेन में सफर भी करेंगे. पीएम मोदी टिकट लेकर ट्रेन में बैठेंगे और साहिबाबाद से दुहाई तक ट्रेन में सफर भी करेंगे. उनके साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और एनसीआरसीटी के अधिकारी भी ट्रेन में सफर करेंगे. इसके बाद वसुंधरा में पीएम मोदी एक बड़ी जनसभा को भी संबोधित करेंगे. जिसके बाद लिए प्रशासन की ओर से बड़े स्तर पर तैयारी की गई है.
180 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ेगी रैपिड एक्स
साहिबाबाद से दुहाई डिपो के बीच ये ट्रेन अधिकतम 180 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ेगी, पहले चरण में इस रूट पर सिर्फ पांच स्टेशन ही होंगे, जिनमें साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलधर, दुहाई और दुहाई डिपो शामिल हैं. इस ट्रेन का दूसरा फेज मार्च 2024 तक पूरा होगा. दूसरे चरण में इसका संचालन साहिबाबाद से मेरठ के बीच शुरू हो जाएगा और तीसरा और अंतिम चरण मेरठ के मोदीपुरम से दिल्ली के सराय काले खां तक होगा. इस फेज का काम 2025 तक रखा गया है. 82 किलोमीटर लंबे इस प्रोजेक्ट के जून 2025 तक पूरा हो जाने की उम्मीद है.