नोएडा: प्रदर्शनकारी किसानों ने केंद्रीय मंत्रियों राजनाथ सिंह और नरेंद्र तोमर के साथ शनिवार देर रात मुलाकात के बाद चिल्ला के रास्ते नोएडा को दिल्ली से जोड़ने वाला मुख्य मार्ग रविवार को खाली कर दिया. अधिकारियों ने बताया कि किसान चिल्ला बॉर्डर से हट गए, जिसके बाद इस मार्ग पर नोएडा और दिल्ली के बीच सामान्य यातायात बहाल हो गया. किसान एक दिसंबर से इस स्थान पर धरना प्रदर्शन कर रहे थे.


सीमा पर प्रदर्शन जारी है
अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली और नोएडा को जोड़ने वाले डीएनडी और कालिंदी कुंज मार्ग पर भी यातायात सामान्य है. हालांकि, सीमा पर प्रदर्शन जारी रहा और भारतीय किसान यूनियन (भानु) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ठाकुर भानु प्रताप सिंह समेत इसके कुछ समस्य सीमा पर मौजूद रहे. बीकेयू (भानु) के एक पदाधिकारी ने बताया कि रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और कृषि मंत्री तोमर के साथ मुलाकात के बाद किसानों ने शनिवार आधी रात को मार्ग खाली कर दिया.


समस्याओं के समाधान पर जताई सहमति
बीकेयू (भानु) के आईटी सेल के एक वरिष्ठ सदस्य सतीश तोमर ने न्यूज एजेंसी पीटीआई से फोन पर कहा कि, ''राजनाथ जी ने हमारी मांगें सुनीं और बातचीत आगे ले जेने और समस्याओं का समाधान करने पर सहमति जताई. इसके बाद हमने सड़क खाली करने का फैसला किया, लेकिन इसका यह अर्थ नहीं है कि हमारा प्रदर्शन समाप्त हो गया है.''उन्होंने कहा कि प्रदर्शनकारी किसानों ने रविवार को चिल्ला बॉर्डर पर 'हवन' किया और आगे क्या करना है, इस संबंध में तस्वीर शाम तक साफ हो जाएगी.


कृषि कानूनों के विरोध में प्रदर्शन
चिल्ला बॉर्डर के पास 'दलित प्रेरणा स्थल' पर बीकेयू (लोकशक्ति) के किसान भी नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. इस समूह के कुछ सदस्यों ने शनिवार को अपने सिर मुंडवाए थे और इससे पहले, कुछ लोग प्रदर्शन के दौरान अर्द्धनग्न हो गए थे. ये प्रदर्शनकारी नोएडा सीमा पर एकत्र हुए हैं और पंजाब और हरियाणा के किसानों के आंदोलन में शामिल होने को लिए दिल्ली जाना चाहते हैं. दिल्ली की सीमाओं पर हजारों किसान नए कृषि कानूनों के विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं.



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