अमरोहा, एबीपी गंगा। दिल्ली हिंसा मामले में आम आदमी पार्टी के पार्षद ताहिर हुसैन का नाम सामने आ रहा है। ताहिर करावल नगर इलाके में हिंसा फैसला और आईबी के ऑफिसर अंकित शर्मा की हत्या के मामले में आरोपों के घेरे में हैं। दयालपुर पुलिस थाने में उनके खिलाफ धारा 302 के तहत हत्या का मुकदमा दर्ज हुआ है। वहीं, आरोपों के बाद आम आदमी पार्टी ने भी उन्हें पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित यानी सस्पेंड कर दिया है।


अमरोहा के पौरारा गांव का निवासी है ताहिर हुसैन


आप के जिस पार्षद की चर्चा हर तरह हो रही है, वो असल में मूलरूप से दिल्ली का नहीं बल्कि यूपी के अमरोहा जिले का रहने वाला है। दिल्ली में दंगा फैलाने के आरोपी पार्षद ताहिर हुसैन अमरोहा के पौरारा गांव के रहने वाले हैं। गुरुवार को ताहिर हुसैन के घर से पुलिस ने पेट्रोल बम, तेजाब की बोलतें, पत्थर और उपद्रव में शामिल कई सारा सामान बरामद हुआ। इसके वीडियो भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहे हैं और इसी से साथ ताहिर हुसैन की गिरफ्तारी की मांग भी तेज हो गई है। दंगों में ताहिर का नाम आने पर उनके पैतृक गांव के लोग भी स्तब्ध है।


20 साल पहले मजदूरी करने दिल्ली आया था ताहिर


बता दें कि पौरारा का रहने वाला ताहिर हुसैन करीब 20 साल पहले दिल्ली आया था। उस वक्त वो दिल्ली मजदूरी के लिए आया और आज न सिर्फ करोड़ों की संपत्ति का मालिक है, बल्कि दिल्ली की सत्ता पर काबिज आम आदमी पार्टी का निगम पार्षद भी है। 20 साल पहले जब ताहिर दिल्ली आया तो वो अकेला था, फिर कुछ समय बाद उसके पिता कल्लू उर्फ कल्लन सैफी भी परिवार संग दिल्ली बेटे के पास शिफ्ट हो गए।



पौरारा गांव के लोगों ने क्या कहा 


पौरारा गांव के पूर्व प्रधान जयपाल सिंह ने बताया कि कुछ साल पहले ताहिर हुसैन अपना पुश्तैनी मकान भी बेच गया था। अब गांव में उसकी केवल कुछ आवासीय जमीन ही खाली पड़ी है। जयपाल ने बताया कि ताहिर केवल साल में एक या दो बार ही अपने गांव आता था। हालांकि पिछले करीब एक साल से वो गांव नहीं आया है। उन्होंने बताया कि ताहिर का एक चचेरा भाई है, जो गांव में रहकर स्कूल चलाता है।



पांच भाइयों में सबसे बड़ा है ताहिर


गांव के लोगों ने ही बताया कि ताहिर हुसैन पांच भाइयों में सबसे बड़ा है। उसने दिल्ली में अपना कारोबार भी स्थापित किया और अब राजनीति में भी पकड़ बना ली है। उनके गांव के ही एक स्थानीय निवासी ने बताया कि गांव में खेती के लिए नहीं और कोई अन्य रोजगार न होने की वजह से ताहिर 20 साल पहले मजदूरी करने के लिए दिल्ली गया था। बाद में उसका पूरा परिवार दिल्ली शिफ्ट हो गया।



अंकित शर्मा की हत्या के मामले में आरोपी 


गौरतलब है कि आप पार्षद ताहिर हुसैन आईबी (इंटेलीजेंस ब्यूरो) के कांस्टेबल अंकित शर्मा की हत्या के मामले में आरोपों के घेरे में हैं। उनपर आरोप है कि उन्होंने करावल नगर इलाके में हिंसा फैलाने का काम किया है। पुलिस ने उनकी घर की छत से पेट्रोल बम, तेजाब के पाउच, गुलेल के साथ काफी संख्या में पेट्रोल बम भी बरामद किए हैं। उनके घर को फिलहाल सीज कर दिया गया है और उनके दूसरों घरों की तलाशी की जा रही है। अंकित शर्मा के परिजनों का भी आरोप है कि दिल्ली दंगों के दौरान ताहिर हुसैन के समर्थकों ने अंकित के साथ मारपीट की और उनके घर लेकर भी उसे मारा-पीटा गया। बाद में उसके शव को नाले में फेंक दिया गया।


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