नई दिल्ली, एबीपी गंगा। दिल्ली में नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में हिंसा की खबरें सामने आई हैं। सीएए के खिलाफ शाहीन बाग के बाद जाफराबाद में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया है। जाफराबाद में सीएए के समर्थक और विरोधियों के बीच पत्थरबाजी भी हुई है। जाफराबाद में हो रहे विरोध प्रदर्शन के खिलाफ मौजपुर में भी प्रदर्शन हो रहे हैं।


पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे। पथराव में कुछ लोगों के घायल होने की भी खबर है। पूरे इलाके में भारी संख्या में पुलिसबल की तैनाती की गई है। संयुक्त पुलिस आयुक्त (पूर्वी रेंज) आलोक कुमार ने कहा कि पुलिस पर भी पथराव किया गया, स्थिति नियंत्रण में है। पर्याप्त सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं और फ्लैग मार्च कर रहे हैं।





मौजपुर में तनाव बढ़ने और पथराव के बाद मौजपुर-बाबरपुर मेट्रो स्टेशन को बंद कर दिया गया है। वहीं, हालात बिगड़ते देख जफराबाद और आसपास के इलाके में सीआरपीएफ की टीम को तैनात किया गया है। ईस्ट डिस्ट्रिक्ट के डीसीपी समेत अन्य इलाकों के डीसीपी भी बुलाए गए हैं। अर्ध सैनिक बल की कुछ और कंपनियां बुलाई गई हैं। फिलहाल हालात काबू में हैं।


बता दें कि, सीएए के खिलाफ प्रदर्शन के चलते शाहीन बाग-कालिंदी कुंज-सरिता विहार रोड, वजीराबाद-चांद बाग रोड और मौजपुर-जाफराबाद रोड बंद हो गया है। जाफराबाद में कानून का विरोध करने के लिए मौजूद लोगों में अधिकतर महिलाएं हैं। दिल्ली के शाहीन बाग में भी सीएए के खिलाफ दो महीने से अधिक समय से लोग धरने पर बैठे हैं। शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों से बातचीत के लिए शीर्ष अदालत ने वार्ताकार नियुक्त किए हैं।



बता दें कि रविवार को उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में भी हिंसक प्रदर्शन हुए हैं। ऊपरकोट कोतवाली पर पथराव किया गया और सीएए, एनआरसी और एनपीआर के विरोध में प्रदर्शन के दौरान पत्थरबाजी हुई। पुलिस की कुछ गाड़ियों में भी तोड़-फोड़ की गई और हिंसक प्रदर्शन में कुछ पुलिसवाले भी घायल हुए हैं। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़े।