Barabanki News:  बाराबंकी में बंकी रेलवे क्रासिंग पर अंडर ब्रिज या ओवर ब्रिज बनाने की मांग स्थानीय लोग लंबे समय से करते आ रहे हैं. रेलवे क्रासिंग के कई बार इस वजह से बड़े हादसे हो चुके हैं. लोकसभा चुनाव में भी नेताओं ने इसे चुनावी मुद्दा बनाया था. अब चुनाव खत्म होने के बाद लोगों ने इस संबंध मांग अपनी मांग तेज कर दी है. रेलवे ब्रिज न होने से लोगों को मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है. 


बंकी रेलवे क्रासिंग बाराबंकी रेलवे स्टेशन के पास होने के बावजूद यहाँ आरपीएफ जीआरपी और रेलवे के बड़े बड़े अफ़सर रेलवे का नियम लोगों पर लागू नही करवा पा रहे हैं. ऐसा ही रहा तो वो दिन दूर नही जब कभी कोई यहाँ बड़ा ट्रेन हादसा होगा. रेलवे के अधिकारियों ने बंकी रेलवे क्रासिंग के बैरियर पर न सिर्फ कटीले तार लगा रखे हैं बल्कि बैरियर को नीचा भी करवा रखा हैं. इसके बाद भी लोग रेलवे विभाग के नियमों को तोड़कर क्रासिंग पार करते हैं . 


कटीली तारें लोगों को कर रही जख्मी
बाराबंकी रेलवे स्टेशन होते हुए लखनऊ और अयोध्या गोंडा बहराइच की ओर आने जाने वाली ट्रेनों के चलते बंकी रेलवे क्रासिंग अक्सर बन्द रहती हैं. इस बीच लोग लोहे के बैरियर के नीचे से अपनी दो पहिया वाहन निकालने में पूरी ताकत लगा देते हैं. बन्द बैरियर के नीचे से निकलना इतना खतरनाक होता हैं कि हर दिन यहाँ लोग कटीले तारों से जख्मी हो जाते हैं. जिन्हें अगर सही वक्त पर टिटनेस टीका न लगाया गया तो वो टिटनेस बीमारी चपेट में आ जाएंगे. बैरियर में जो तार लगी है उसमें जंग लगा है. लोगों के उसमें फंसकर कपड़े भी फ़ट जाते हैं. सुबह सुबह स्कूली बच्चों के लिए ये बड़ा खतरा बना रहता हैं जब स्कूल में लेट न होने की वजह से जल्दबाजी में स्कूल पहुँचने के लिए जद्दोजहद करते हैं.


इस बंकी रेलवे क्रासिंग पर ओवरब्रिज और अंडर पास के लिए लम्बे समय से लोग मांग करते चले आ रहे हैं लेकिन सरकार इस पर कोई ठोस कदम अभी तक नही उठा पाई है. जिंले के नेताओं की राजनीति भी इसी बड़े मुद्दे पर होती है. कभी कोई MLA यहां वादा करके भूल जाते है. इस बार यहाँ से गठबंधन से कांग्रेस के प्रत्याशी रहे तनुज पुनिया भी इस समस्या को बड़ा मुद्दा बनाया और वो चुनाव यहां से जीते. अब देखना ये होगा की जिस मुद्दे पर वो विधायक बने हैं क्या उसका समाधान निकल पाता है या नहीं.


भारतीय जनता पार्टी के पूर्व सांसद रहे उपेंद्र सिंह रावत भी इस बंकी रेलवे क्रासिंग की समस्या का हल निकालने के लिए लगे रहे लेकिन उन्हें इस बार सांसद बनने का मौका नही मिला. उनका कहना है कि ओवरब्रिज बनने की फाइल रेल मंत्रालय में फँसी है. इस मुद्दे को लेकर लोगों में जबरदस्त गुस्सा बनास रहता है. अबतक कईयों की मौत भी इस बन्द रेलवे क्रासिंग की वजह से हो चुकी हैं.


( बाराबंकी से सतीश कुमार की रिपोर्ट)


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