प्रयागराज: साधू-संतों की सबसे बड़ी संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने विश्व हिन्दू परिषद के दिवंगत नेता अशोक सिंहल को लेकर एक और बड़ी मांग उठाई है. अखाड़ा परिषद सिंहल की कर्मभूमि रहे उत्तर प्रदेश में सभी इंट्री प्वाइंट्स पर अशोक सिंहल के नाम पर पत्थरों के स्थाई स्वागत द्वार बनवाए जाने की मांग की है.


तेरह अखाड़ों की अहम बैठक में प्रस्ताव भी पास करेगा अखाड़ा परिषद


अखाड़ा परिषद अपनी इस मांग को लेकर छब्बीस अगस्त को हरिद्वार में होने वाली सभी तेरह अखाड़ों की अहम बैठक में प्रस्ताव भी पास करेगा. प्रस्ताव की कापी यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ ही केंद्र सरकार को भी भेजी जाएगी. इतना ही नहीं बैठक के बाद अखाड़ा परिषद के पदाधिकारियों व संतों का एक प्रतिनिधिमंडल जल्द ही सीएम योगी आदित्यनाथ व अन्य ज़िम्मेदार लोगों से मुलाकात भी करेगा.


अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि के मुताबिक़ साधू संत अशोक सिंहल को उनके मरणोपरांत उचित सम्मान दिए जाने की मांग लगातार पुरज़ोर तरीके से उठा रहे हैं. उनके मुताबिक़ सिंहल ने न सिर्फ अपना पूरा जीवन राम मंदिर के संघर्ष और हिन्दू समाज की एकजुटता के लिए समर्पित कर दिया था, बल्कि वह सफ़ेद कपड़ों वाले राष्ट्रीय संत भी थे.


26 अगस्त को हरिद्वार में अखाड़ा परिषद की बैठक
महंत नरेंद्र गिरि के मुताबिक़ छब्बीस अगस्त को हरिद्वार में अखाड़ा परिषद की बैठक होनी है, उसमें कुछ महीनों बाद लगने वाले कुंभ मेले की तैयारियों और महाराष्ट्र के पालघर में साधुओं की हत्या की सीबीआई जांच के मांग की साथ ही अशोक सिंहल के नाम पर यूपी में सभी इंट्री प्वाइंट्स पर अशोक सिंहल के नाम पर द्वार बनवाए जाने का मामला भी शामिल है.


मुख्य रूप से इन्ही तीन एजेंडे पर चर्चा होनी है. यह बैठक छब्बीस अगस्त को हरिद्वार में सुबह ग्यारह बजे से जूना अखाड़े में होनी है. अखाड़ा परिषद इससे पहले अशोक सिंहल को भारत रत्न सम्मान से नवाजे जाने की मांग कर चुका है.


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